Edited By Updated: 24 Nov, 2016 10:22 AM
पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब के 202 गांवों के 14308 किसानों को एस.वाई.एल. नहर वाली 4161 एकड़ जमीन मुफ्त में वापस
पटियाला/घनौर (बलजिन्द्र) : पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब के 202 गांवों के 14308 किसानों को एस.वाई.एल. नहर वाली 4161 एकड़ जमीन मुफ्त में वापस करने के ऐतिहासिक फैसले के तहत पंजाब के माल मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने पटियाला जिले के गांव कपूरी में किसानों को जमीनों की फर्दें सौंपीं। उन्होंने करीब 34 साल पहले कपूरी की धरती से शुरू हुए इस विवाद को कपूरी की धरती पर ही समाप्त कर दिया। पंजाब और हरियाणा की सरहद पर बसे गांव कपूरी में आज माल मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने तकरीबन 10 गांवों के किसानों को उनकी जमीनें बिल्कुल मुफ्त वापस कर दीं।
माल मंत्री मजीठिया ने कहा कि हमारी चाहे जान भी चली जाए लेकिन एस.वाई.एल. का निर्माण किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर एस.वाई.एल. का निर्माण हो जाता है तो पंजाब की धरती मरुस्थल बन जाएगी। उन्होंने कहा कि उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साजिश के अंतर्गत पंजाब के पानी को दूसरे राज्यों को देने की योजना बनाई थी, जिससे पंजाब को आॢथक तौर पर तबाह किया जा सके। इसी साजिश के अंतर्गत 1976 में कांग्रेस ने पंजाब और हरियाणा में पानी बांटने का फरमान जारी किया और 8 अप्रैल 1982 को कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के आह्वान पर प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कपूरी में कैप्टन की तरफ से भेंट की चांदी की कस्सी के साथ कट लगा कर एस.वाई.एल. नहर का निर्माण शुरू करवाया।
उन्होंने कहा कि अब यही कैप्टन इस्तीफे देकर पंजाब के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एस.वाई.एल. के मुद्दे पर दोहरी नीति अपनाते हुए बिल्कुल चुप्पी धारण कर रखी है। केजरीवाल अगर पंजाब के किसानों के हितैषी हैं तो तुरंत एस.वाई.एल. के मामले पर अपनी पार्टी का पक्ष सामने रखें। इस मौके पर किसानों और अलग-अलग संगठनों ने मजीठिया को विशेष तौर पर सम्मानित किया। मजीठिया ने वित्त कमिश्रर माल के.बी.एस. सिद्धू को विशेष तौर पर सम्मानित किया।हलका घनौर की विधायक हरप्रीत कौर मुखमैलपुर ने किसानों को जमीनें वापस करने पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और माल मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का विशेष तौर पर धन्यवाद करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक फै सले के लिए पंजाब के किसान सदा ऋणी रहेंगे।