Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 10:51 AM
गैस सबसिडी को लेकर देश में बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्रामीण इलाकों में लाखों लोगों की गैस सबसिडी पिछले 5 महीनों से उनके खाते में नहीं आ रही है। यह सबसिडी कहां जा रही है, इसका कुछ पता नहीं है। हालांकि पंजाब केसरी ने कुछ महीने पहले इस बात का खुलासा...
जालंधर (रविंदर शर्मा): गैस सबसिडी को लेकर देश में बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्रामीण इलाकों में लाखों लोगों की गैस सबसिडी पिछले 5 महीनों से उनके खाते में नहीं आ रही है। यह सबसिडी कहां जा रही है, इसका कुछ पता नहीं है। हालांकि पंजाब केसरी ने कुछ महीने पहले इस बात का खुलासा किया था कि लोगों की यह सबसिडी सीधे मोबाइल कंपनियों के अकाऊंट में जा रही है और मोबाइल कंपनियां आगे उपभोक्ता को फोन कर इसकी जानकारी दे रही हैं। यानी एडवांस में ही मोबाइल कंपनियों के अकाऊंट में पैसा जा रहा है और कंपनियां मालामाल हो रही हैं।
अधिकांश ग्रामीणों को तो इसका पता भी नहीं लग पा रहा है कि उनका पैसा किस खाते में कहां जा रहा है। पूरे मामले में अब नया खुलासा यह सामने आया है कि गैस एजैंसियां अब उपभोक्ता को नया बैंक अकाऊंट खुलवाकर उसे आधार से ङ्क्षलक करवाने के बाद ही सबसिडी डाले जाने की बात कह रही हैं। इसको लेकर टोल फ्री नंबर 1800333555 से जानकारी दी जा रही है।
यानी जिन-जिन लोगों के पुराने बैंक अकाऊंट गैस एजैंसियों के साथ लिंक हैं, उनकी सबसिडी का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। जिन लोगों ने नए बैंक अकाऊंट खुलवाकर गैस एजैंसियों को दे दिए हैं, उनके खाते में दोबारा सबसिडी शुरू हो गई है। यानी पिछले 5 महीने की सबसिडी किस खाते में गई, इसकी जानकारी उपभोक्ता को देने के लिए कोई तैयार नहीं है। यह घोटाला करोड़ों रुपए का हो सकता है, मगर केंद्र सरकार इसको लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है।