Edited By Updated: 25 Apr, 2017 09:31 AM
करीब एक दशक से अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जूझ रही पंजाब की इंडस्ट्री की गाड़ी को पुन: पटरी पर लाने में जुटी कैप्टन सरकार के सामने
लुधियाना(बहल): करीब एक दशक से अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जूझ रही पंजाब की इंडस्ट्री की गाड़ी को पुन: पटरी पर लाने में जुटी कैप्टन सरकार के सामने राज्य की कमजोर वित्तीय हालत एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। जहां एक ओर चुनावी मैनीफैस्टो में 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने के वायदे पर खरा उतरने के लिए कांग्रेस सरकार पंजाब की बिजली नेपाल और पाकिस्तान को बेचने की तिकड़म लगा रही हैं, वहीं पावर कॉम द्वारा घाटे की दुहाई देकर बिजली दरों में वृद्धि का दबाव असंतुलन पैदा कर रहा है।
इंडस्ट्री के खस्ता हालातों को देखते हुए पंजाब सरकार ने जहां बाहरी निवेश को पंजाब में शीघ्र लाने का दावा ठोका है, वहीं पिछली सरकार की गलती से सबक लेकर सरकार नई इंडस्ट्रीयल पॉलिसी-2017 लाने की तैयारी में तेजी से जुट गई है। इस पॉलिसी का खाका तैयार करने का जिम्मा इंडस्ट्री एवं कॉमर्स विभाग को सौंपा गया हैं जिसके लिए लुधियाना की टैक्सटाइल यार्न, हौजरी, बाईसाइकिल, हैंड टूल, फास्टनर, गारमैंट, लाइट, इंजीनियरिंग, फार्मास्यूटिकल, आटो पाट्स, मशीन टूल, स्टील फर्नेस एवं रोलिंग, फोॄजग आदि इंडस्ट्री को पेश आ रही परेशानियों और मूलभूत जरूरतों का जायजा लेने के लिए 26 अप्रैल को डायरैक्टर इंडस्ट्री पंजाब आर.के. वर्मा शहर की प्रमुख औद्योगिक जत्थेबंदियों के प्रमुख नुमाइंदों से सॢकट हाऊस में दिन भर मीटिंग करेंगे।
इस संदर्भ में जिला उद्योग केन्द्र के जी.एम. महेश खन्ना का कहना है कि शहर के प्रमुख औद्योगिक संगठनों को मीटिंग के लिए आमंत्रित किया गया है और उनसे इंडस्ट्री को बेहतरी के लिए सुझाव मांगे गए हैं। 26 अप्रैल को सर्किट हाऊस में इंडस्ट्री के साथ होने वाली विभिन्न बैठकों को 3 वर्गों में बांटा गया है। सुबह 11 से 1 बजे तक डायरैक्टर इंडस्ट्री (पंजाब) हौजरी, टैक्सटाइल, गारमैंट, डाइंग, हैंडलूम सैक्टर के कारोबारियों से मीटिंग करेंगे। इसके बाद दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक इंजीनियरिंग, बाईसाइकिल, आटो पार्ट्स, ट्रैक्टर , मशीन टूल, फास्टनर, इंडक्शन फर्नेस, फाऊंडरी, इलैक्ट्रोप्लेटिंग, हैंडटूल, आयल एक्सपैलर, फोॄजग, कृषि उपकरण, स्टील री-रोलिंग, वायर ड्राइंग, सी.आई.सी.यू., यू.सी.पी.एम.ए., फिको, फियो, अपैक्स चैंबर, लघु उद्योग भारती एवं अन्य प्रमुख संगठनों के साथ मीटिंग शैड्यूल तय है। सायं 4.30 बजे के बाद एग्रो सैक्टर में प्लाईवुड संघ, फूड एंड बेकरी संघ, होटल संघ, कैटल फीड, पेपर मिल्ज, प्रिंटिंग संघ, सूचना एवं टैक्रोलॉजी संघ के नुमाइंदों से मीटिंग होगी।