Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 09:20 AM
5,000 करोड़ से अधिक के ड्रग रैकेट की जांच में ई.डी. के शिकंजे में फंसे पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर, दमनवीर सिंह फिल्लौर तथा पूर्व सी.पी.एस. अविनाश चन्द्र की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
जालंधर प्रीत) : 5,000 करोड़ से अधिक के ड्रग रैकेट की जांच में ई.डी. के शिकंजे में फंसे पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर, दमनवीर सिंह फिल्लौर तथा पूर्व सी.पी.एस. अविनाश चन्द्र की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सी.बी.आई. स्पैशल कोर्ट में लगाई गई जमानत याचिकाएं आज अदालत ने रद्द कर दीं। उक्त 3 राजनीतिज्ञों के साथ-साथ दिल्ली के 4 लोगों सचिन सरदाना, सुशील सरदाना, रश्मि सरदाना तथा कैलाश सरदाना की एप्लीकेशनें भी डिसमिस हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व डी.एस.पी. जगदीश भोला ड्रक रैकेट की जांच में गोराया के अकाली नेता चूनी लाल गाबा के पश्चात पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर, उसके बेटे दमनवीर सिंह फिल्लौर, पूर्व सी.पी.एस. अविनाश चन्द्र को भी जांच में शामिल कर इन्हें ड्रग रैकेट की कमाई में हिस्सेदार पाया है। पता चला है कि ड्रग रैकेट से जुड़े उक्त राजनीतिज्ञों ने अदालत में कहा कि उन्हें राजनीतिक रंजिश के चलते फंसाया गया है। बीते दिन अदालत में उक्त बेल एप्लीकेशन पर सुनवाई के दौरान ई.डी. के डिप्टी डायरैक्टर निरंजन सिंह, एडवोकेट जगजीत सिंह सराओ खुद पेश हुए थे।