Edited By Updated: 12 Jan, 2017 01:31 AM
पंजाब सरकार की ग्रामीण जल एवं सैनीटेशन सैक्टर इम्प्रूवमैंट प्रोजैक्ट तथा भारत मिशन (ग्रामीण) की संयुक्त....
पठानकोट/भोआ(शारदा, अरुण): पंजाब सरकार की ग्रामीण जल एवं सैनीटेशन सैक्टर इम्प्रूवमैंट प्रोजैक्ट तथा भारत मिशन (ग्रामीण) की संयुक्त स्कीम के तहत शौचालय बनाने के लिए भोआ हलका के गांव ऐमां गुजरां में फार्म भरे गए।
सूचना मिलने पर चुनाव आयोग की टीम हलका टीम इंचार्ज अजीत सैनी तथा बी.डी.पी.ओ.-कम-ए.आर.ओ. गुरजीत सिंह के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने के लिए उपरोक्त गांव पहुंची परन्तु तब तक फार्म भरने में जुटे लोग कुछेक सामान वहां छोड़कर बोरिया-बिस्तर गोल करके जा चुके थे। टीम ने इसे आचार संहिता की उल्लंघना की श्रेणी में डालते तथा इसका संज्ञान लेते हुए सरकारी स्कीम की एवज में वित्तीय लाभ लेने की चेष्टा करने पर संबंधित विभाग को नोटिस भेज दिया है।
क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी?
इस बाबत आई.एच.एच. विभाग की सी.डी.एस. मनिन्द्र कौर से बात की गई तो उन्होंने फार्म भरने संबंधी कार्रवाई को लेकर सिरे से इंकार करते हुए कहा कि हमारी टीम क्षेत्र में गांव-गांव जाकर लोगों को स्कीम के संबंध में मोटीवेट कर रही थी न कि फार्म भर रही थी। वहीं जब वाटर सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग के एक्सीयन राजेश खोसला से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उक्त कर्मचारी उनके विभाग से संबंधित न होकर आई.एच.एच. के अधीन आते हैं जिनका कार्य स्कीमों के संबंध में गांव-गांव जाकर लोगों को मोटीवेट करना है न कि किसी प्रकार की स्कीम संबंधी फार्म भरना। फार्म भरने की घटना संबंधी उन्होंने कहा कि वह जांच करके ही कोई प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
क्या कहना है हलका के रिटॄनग अधिकारी का ?
भोआ हलका के रिटॄनग अधिकारी-कम-अतिरिक्त जिला उपायुक्त गुरप्रताप सिंह नागरा से जब इस संबंध में सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि गांव-गांव में नए कर्मचारी रखे गए हैं। उन्हें आचार संहिता लागू होने के दौरान नियमों की संभवत: पर्याप्त जानकारी नहीं थी। ऐसे में संबंधित कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।