Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jul, 2017 01:21 PM
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान और संगरूर से संसद मैंबर भगवंत मान का कहना है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दिए गए बयान कि वह ‘बदलाखोरी की राजनीति ’ में नहीं पड़ना चाहते से साफ हो गया है कि कांग्रेस अकाली दल से कथित समझौता कर सत्ता में आई...
चंडीगढ़ः आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान और संगरूर से संसद मैंबर भगवंत मान का कहना है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दिए गए बयान कि वह ‘बदलाखोरी की राजनीति ’ में नहीं पड़ना चाहते से साफ हो गया है कि कांग्रेस अकाली दल से कथित समझौता कर सत्ता में आई है।
मान ने ट्रिब्यून से विशेष बातचीत दौरान कहा कि वह दोनों पार्टियों बीच हुए इकरार बारे पहले से जानते हैं। छपी खबर जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह ‘बदलाखोरी की राजनीति ’ से दूर रहते पंजाब को फिर विकसित करने की तरफ ध्यान लगाना चाहते हैं, का हवाला देते मान ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि पंजाब विधानसभा मतदान से बिल्कुल पहले कैप्टनके गठबंधन, वाले ‘अमृतसर नगर निगम घोटाले ’ में से उनका नाम बाहर किए जाने के लिए अब वह ‘राजनीतिक बदलाखोरी ’ में न पड़ने का हवाला दे अकाली नेताओं का बचाव रहे हैं।
मान ने कहा कि एक तरफ़ जहां कांग्रेसी मंत्री और विधायक अकालियों के खून के प्यासे हैं, वहीं मुख्यमंत्री राजनीतिक बदलाखोरी के अंतर्गत किसी कार्रवाी से इन्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सी.एम. अमरेंद्र शायद चनाव से पहले नशा कारोबारियों ,रेत और केबल माफिया को नकेल डालने के किए गए वादे भूल गए हैं। संसद मैंबर ने कहा कि कांग्रेस और अकाली -भाजपा के बीच लुका छिपी कर हुए समझौते के बाद ‘आप ’ ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जो रचनात्मक विरोधी पक्ष की भूमिका निभाएगी।