Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 03:46 PM
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ साइंसिज फरीदकोट के ठेका आधारित और आऊटसोर्सिस कर्मचारियों की तरफ से पिछले लंबे समय से अपनी सेवाओं को रैगुलर/यूनिवर्सिटी अधीन करवाने के लिए लगाए गए धरने में बनाई गई 11 सदस्यीय कमेटी में गुरइकबाल सिंह, विकास अरोड़ा, विशाल...
फरीदकोट (हाली): बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ साइंसिज फरीदकोट के ठेका आधारित और आऊटसोर्सिस कर्मचारियों की तरफ से पिछले लंबे समय से अपनी सेवाओं को रैगुलर/यूनिवर्सिटी अधीन करवाने के लिए लगाए गए धरने में बनाई गई 11 सदस्यीय कमेटी में गुरइकबाल सिंह, विकास अरोड़ा, विशाल मोंगा, गगन जसवाल, गुरमीत सिंह, दलजीत सिंह, अर्शदीप और तेजिन्द्र कौर के नेतृत्व में 33 दिन संघर्ष को जारी रखते हुए डिप्टी कमिश्नर के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी प्रशासन और सांझी मुलाजिम संघर्ष कमेटी के बीच मीटिंग करवाई गई।
यह मीटिंग 2 घंटे चली, इस मीटिंग में वाइस चांसलर बाबा फरीद यूनिवॢसटी द्वारा मुलाजिमों की हकी मांगों पर सहमति जताने के बाद धरने को बंद करने का ऐलान कर दिया गया। मीटिंग दौरान यूनिवॢसटी के कच्चे ठेका मुलाजिमों के वेतन में 15 प्रतिशत विस्तार किया गया और आऊटसोर्स कर्मचारियों को नए बढ़े हुए डी.सी. रेट देने पर सहमति व्यक्त की गई। कमेटी सदस्यों ने बताया कि यूनिवॢसटी प्रशासन की तरफ से यह भी मांग मानी गई कि हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को हड़ताल के समय का वेतन दिया जाएगा और हाजिरी भी मंजूर की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस मीटिंग दौरान यह भी माना गया कि कच्चे मुलाजिमों के पिछले समय दौरान बाकी रहते बकाए भी तुरंत उनके खातों में डाले जाएंगे। सांझी मुलाजिम संघर्ष कमेटी बाबा फरीद यूनिवॢसटी द्वारा जत्थेबंदियों, समाज भलाई संस्थाओं, शहर निवासियों का धन्यवाद किया गया।