Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 04:45 AM
दरेसी रोड स्थित श्मशानघाट में मंगलवार सुबह उस समय हंगामा हो गया, जब करीमपुरा निवासी योगेश थापर अपने पिता की फूल चुनने की रस्म करवाने के लिए रिश्तेदारों संग वहां पहुंचा तो देखा कि जिस चिता पर उन्होंने संस्कार किया था, वहां सफाई हो चुकी थी व फूल...
लुधियाना(पंकज): दरेसी रोड स्थित श्मशानघाट में मंगलवार सुबह उस समय हंगामा हो गया, जब करीमपुरा निवासी योगेश थापर अपने पिता की फूल चुनने की रस्म करवाने के लिए रिश्तेदारों संग वहां पहुंचा तो देखा कि जिस चिता पर उन्होंने संस्कार किया था, वहां सफाई हो चुकी थी व फूल (अस्थियां) कोई और परिवार ले जा चुका था।
हैरान कर देने वाली इस घटना पर गुस्साए पीड़ित परिवार ने जब श्मशानघाट के चार्जी से इस बारे में पूछा तो वह वहां से खिसकने का प्रयास करने लगा परंतु पारिवारिक सदस्यों ने उसे पकड़कर पुलिस को मामले की जानकारी दी। योगेश थापर ने बताया कि उसके पिता जय प्रकाश थापर की गत दिवस बीमारी से मौत हो गई थी और उनका संस्कार श्मशानघाट में चिता नंबर-5 पर हुआ था। रस्म के मुताबिक मंगलवार सुबह जब वह अपने रिश्तेदारों संग फूलों की रस्म निभाने के लिए श्मशानघाट पहुंचा तो देखा कि चिता की साफ-सफाई हो चुकी थी और वहां फूलों का नामो-निशान तक नहीं था। इस घटना ने सभी पारिवारिक सदस्यों को परेशान कर दिया।
जब उन्होंने संस्कार करवाने वाले चार्जी भगवान दास से पूछा कि चिता नंबर-5 पर उसके पिता का संस्कार हुआ था, उसके फूल कौन चुनकर ले गया तो उसने हैरानीजनक उत्तर देते हुए कहा कि उसे क्या पता फूल कौन ले गया। चार्जी के मुंह से गैर-जिम्मेदाराना जवाब सुनकर सभी सदस्यों को गुस्सा आ गया, जिसे देख चार्जी ने चुपचाप खिसकने का प्रयास किया परंतु पीड़ितों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना का पता चलने पर परिवार के अन्य लोग भी श्मशानघाट पहुंच गए। फिर पता चला कि चिता नंबर-3 पर हुए संस्कार उपरांत मृतक के परिवार वाले गलती से 5 नंबर से फूलों की रस्म करवाकर अस्थियां लेकर जा चुके हैं, जिस पर पुलिस ने तुरंत उस परिवार से सम्पर्क साधा और उन्हें तुरंत श्मशानघाट बुलाया। परिवार ने वहां पहुंचकर माना कि उनसे व चार्जी से गलती से ऐसा हुआ है।
उधर, पीड़ित परिवार ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को चार्जी के खिलाफ उनकी भावनाओं को आहत करने के आरोप में नामजद करने संबंधी शिकायत दी, जबकि परिवार ने दूसरे मृतक के घरवालों द्वारा गलती से उठाए गए फूलों को अपने कब्जे में लिया। तत्पश्चात माहौल शांत हुआ।