Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Dec, 2017 04:06 PM
थर्मल प्लांट बंद करने के सरकार के फैसले का ज्यादा असर कच्चे मुलाजिमों पर पड़ा है। बेरोजगार होने के साथ-साथ गुरु नानक थर्मल प्लांट बठिंडा के दो मुलाजिमों की शादियां टूट गई हैं।
बठिंडाः थर्मल प्लांट बंद करने के सरकार के फैसले का ज्यादा असर कच्चे मुलाजिमों पर पड़ा है। बेरोजगार होने के साथ-साथ गुरु नानक थर्मल प्लांट बठिंडा के दो मुलाजिमों की शादियां टूट गई हैं।
प्लांट में 10 साल से काम कर रहे वर्मा दीन वासी लाल क्वार्टर कच्ची थर्मल कॉलोनी ने बताया, 2016 में उसकी यूपी के जिला बहराईच के गांव बक्करपुर में रिश्ता तय हुआ था। सगाई के बाद शादी 9 जनवरी 2018 के लिए तय हुई थी। 21 दिसंबर को सरकार ने थर्मल बंद करने की घोषणा कर दी। 22 को ससुर का फोन आया कि प्लांट बंद हो गया और पता चला है कि सभी कच्चे कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। हम ये शादी नहीं कर सकते। क्योंकि आपके पास तो अब नौकरी नहीं रही। मेरी बेटी को कैसे खिलाओगे।
20 साल से थर्मल में कार्यरत सर्बजीत सिंह वासी चंदभान ने बताया, श्रीगंगानगर की लड़की से सगाई 9 महीने पहले हुई थी। 31 मार्च को शादी रखी थी। 23 दिसंबर को बिचौले का फोन आया कि लड़की वाले शादी से मना कर रहे हैं। कारण पूछा तो बोला, थर्मल बंद हो गया और सभी कच्चे कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। लड़की वालों ने कहा, हम शादी नहीं करेंगे। सर्बजीत सिंह ने बताया कि एक तो नौकरी की चिंता और दूसरी तरफ शादी टूटने से सारे अरमान बिखर गए हैं। बेरोजगार हुए कच्चे मुलाजिमों में शामिल गुरविंदर सिंह ने बताया, थर्मल बंद होने के फैसले के बाद अब उन्हें नौकरी के साथ गुजारा करने की चिंता होने लगी है। कच्चे मुलाजिमों को 8500 से लेकर 13 हजार रुपए मिलते थे।