Edited By Updated: 22 May, 2017 02:36 PM
पंजाब सरकार ने मालवा क्षेत्र को भटिंडा में घरेलू हवाई अड्डा तो जरूर दिया है लेकिन यह अब तक कंजूसी की मार में ही रहा है, क्योंकि हवाई
भटिंडा (बलविंद्र): पंजाब सरकार ने मालवा क्षेत्र को भटिंडा में घरेलू हवाई अड्डा तो जरूर दिया है लेकिन यह अब तक कंजूसी की मार में ही रहा है, क्योंकि हवाई अड्डे के बजट को घटाने के लिए हवाई सेना के ही रन-वे का प्रयोग किया जा रहा है। यह बात तो फिर भी किसी हद तक हजम हो भी जाती है परन्तु हद तो तब हो गई जब 25 करोड़ की लागत से 42 एकड़ में बने घरेलू हवाई अड्डे को अपनी सड़क भी नसीब नहीं हो सकी। मलोट रोड से हवाई अड्डे को जाने के लिए अलग सड़क होनी चाहिए परन्तु गांव विर्क कलां की तंग गलियों को ही हवाई अड्डे का रास्ता बना दिया गया। मलोट रोड से हवाई अड्डे तक जाने के लिए तंग गलियों से गुजरना पड़ता है, जो 7 किलोमीटर का रास्ता है परन्तु अगर हवाई अड्डे से सीधी मलोट रोड तक सड़क बनाई जाए तो यह मात्र 4 से 5 किलोमीटर ही रह जाती है। सीधी सड़क होने से जहां अड्डे पर आने वालों की परेशानी कम होगी, वहीं गांव वासियों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि हवाई अड्डे का रास्ता होने कारण उनकी शांति भी भंग हो चुकी है।
उम्मीद थी सुविधाएं मिलेंगी, परेशानी पल्ले पड़ गई
गांव विर्क कलां के पंचायत सदस्य डा. गुरचरन सिंह का कहना है कि उनको उम्मीद थी कि गांव के खेतों में हवाई अड्डा बनने से बहुत सारी सहूलियतें मिलेंगी परन्तु उसके उल्ट बस अड्डा उनके लिए परेशानी बन चुका है। अक्सर कारों आदि वाहनों का गांव से गुजरना उनके लिए मुसीबत बन गया है। पहले वह अपने गांव में बड़े आराम से घूमते थे लेकिन अब वह घरों में बैठे रहते हैं, क्योंकि अड्डे को जाती सड़क पर हमेशा हादसा होने का डर बना रहता है। इस रास्ते पर निकलना ही बंद हो गया है। वह कई बार मांग कर चुके हैं कि मलोट रोड पर हवाई अड्डे को सीधी सड़क बनाई जाए। अगर इसी तरह चलता रहा तो गांववासी अपने गांव वाली सड़क बंद करने के लिए मजबूर हो सकते हैं।
राजनीतिक मुद्दा बना रहा हवाई अड्डा
हवाई अड्डा 2009 में बनना शुरू हुआ तथा 2012 में तैयार हो चुका परंतु उड़ानें शुरू होने में ही 5 वर्ष का समय लग गया, जिसका कारण राजनीतिक अड़चनें माना जा रहा है। अकाली-भाजपा का आरोप था कि केंद्र की कांगे्रस सरकार हवाई अड्डा शुरू करने में दिक्कतें पेश कर रही है परंतु केंद्र में भाजपा के काबिज होने के बाद भी इसके शुरू होने में करीब 2 वर्ष का समय निकल गया। अब पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले अकाली-भाजपा सरकार ने बड़ी जल्द ही में 11 दिसम्बर, 2016 को हवाई अड्डे का उद्घाटन करवाया, जिसमें केंद्रीय मंत्री अशोक गजापति राजू, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल तथा सिविल एवीएशन विभाग के उज्जाधिकारी शामिल हुए, जिसका मतलब विधान सभा चुनावों में हवाई अड्डा बनाने का लाभ लेना था।