Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 01:26 PM
भुच्चो खुर्द के नजदीक हुए भयानक हादसे में बचे प्रत्यक्षदर्शी छात्र चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि वह अपने 4-5 क्लासमेट्स के साथ रामपुरा से बठिंडा बस सर्विस की बस से आ रहा था। उक्त बस की पुल पर एक अन्य बस से टक्कर होने के कारण वह लोग व अन्य सवारियां...
बठिंडा(परमिंद्र): भुच्चो खुर्द के नजदीक हुए भयानक हादसे में बचे प्रत्यक्षदर्शी छात्र चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि वह अपने 4-5 क्लासमेट्स के साथ रामपुरा से बठिंडा बस सर्विस की बस से आ रहा था। उक्त बस की पुल पर एक अन्य बस से टक्कर होने के कारण वह लोग व अन्य सवारियां बस से उतर गए। वह लोग बठिंडा जाने के लिए सड़क के किनारे खड़े होकर दूसरी बस का इंतजार करने लगे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार टिप्पर उनकी ओर आता दिखाई दिया।
टिप्पर ने देखते ही देखते उसके बाकी दोस्तों को कुचला
उसने अपने एक दोस्त को खींचकर एक ओर किया व भागकर जान बचाई लेकिन उक्त टिप्पर ने देखते ही देखते उसके बाकी दोस्तों को कुचल दिया। चरणजीत सिंह ने बताया कि उसने अपनी क्लासमेट प्रिया को जख्मी हालत में उठाकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। उसने कहा कि सरकार को नाड़ को आग लगाने से पैदा हुई इस समस्या का समाधान करना चाहिए। उसने बताया कि पुल के ऊपर किसी प्रकार की लाइट या अलर्ट लाइट की व्यवस्था नहीं है। इसके साथ ही यहां पुलिस मुलाजिमों या एम्बुलैंस की तैनाती भी नहीं है। गौरतलब है कि इस दर्दनाक हादसे में कइयों ने अपनों को खोया है।
लवप्रीत को अभी मिलना था पहला वेतन
भुच्चो खुर्द में टिप्पर की चपेट में आकर मौत के मुंह में गई फूड सप्लाई विभाग में तैनात लवप्रीत कौर की तैनाती अभी 10 माह पहले ही हुई थी। उसे अभी तक वेतन भी नहीं मिला था। अस्पताल में कुछ लोगों ने बताया कि लवप्रीत को 10 माह का वेतन एक साथ मिलने वाला था लेकिन इससे पहले ही वह हादसे का शिकार हो गई। हालांकि लवप्रीत के परिजनों के साथ बात नहीं हो सकी लेकिन उनके गांव के कुछ लोगों ने इसकी पुष्टि की। हादसे में मारे गए 10 लोगों में से 8 छात्र थे जिनमें से 1-2 की आज परीक्षा भी थी।
अस्पताल में हादसे के एक घंटे बाद किए गए प्रबंध
भुच्चो खुर्द के नजदीक हुए भयानक हादसे में 10 लोगों की मौत के बाद मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल बङ्क्षठडा लाया गया जहां पहले से कोई प्रबंध नहीं किए गए। हालांकि डिप्टी कमिश्नर दीपर्वा लाकरा ने घटनास्थल पर पहुंचते ही सिविल अस्पताल के अधिकारियों को जरूरी प्रबंध करने की हिदायतें दे दी थीं लेकिन शव सिविल अस्पताल पहुंचने तक भी अस्पताल प्रशासन ने कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए थे। करीब एक घंटे के बाद पोस्टमार्टम करने के लिए 3 सदस्यीय बोर्ड बनाया गया व उसके पश्चात ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू हो पाई।
पी.आर.टी.सी. की बसें हो रहीं हादसों का शिकार
पी.आर.टी.सी. की बसें भी लगातार हादसों का शिकार हो रही हैं। कई बसों की हालत खस्ता है व उनकी लाइटें आदि भी नहीं हैं। कई बसों की बैक लाइट्स भी टूटी हुई हैं। पी.आर.टी.सी. की बसें पिछले 2 दिनों में 5 हादसों का शिकार हो चुकी हैं। पता चला है कि गत 2 दिनों के दौरान पी.आर.टी.सी. की बसों को भवानीगढ़, मुक्तसर, कोटशमीर व अमृतसर में हादसे पेश आ चुके हैं। भुच्चो खुर्द में भी पी.आर.टी.सी. की 2 बसें हादसाग्रस्त हुई हैं।
पशु भी बन रहे हादसों का सबब
स्मॉग के कारण विजीबिल्टी बेहद कम हो गई है जिस कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशु भी वृद्धि दर्ज करवा रहे हैं। महानगर की सड़कों पर सैंकड़ों की संख्या में पशु घूम रहे हैं। कई सड़कों पर तो रात्रि के दौरान पशुओं के झुंड भी देखने को मिलते हैं। स्मॉग के कारण उक्त पशु वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते जिस कारण अक्सर वाहन चालक इनके साथ टकरा जाते हैं व हादसे का शिकार हो जाते हैं।