Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Oct, 2017 12:40 PM
आर्कैस्ट्रा की आड़ में बठिंडा से बेंगलूर कार्यक्रम करने गई लड़कियों से बार डांस का काम करवाया जाता है, यह आरोप नाबालिग लड़की की माता रमनदीप कौर ने लगाया। उसने एस.एस.पी. को इस संबंध में मांग पत्र भी दिया परन्तु पुलिस ने उस संबंधी अभी तक कोई कार्रवाई...
बठिंडा(विजय): आर्कैस्ट्रा की आड़ में बठिंडा से बेंगलूर कार्यक्रम करने गई लड़कियों से बार डांस का काम करवाया जाता है, यह आरोप नाबालिग लड़की की माता रमनदीप कौर ने लगाया। उसने एस.एस.पी. को इस संबंध में मांग पत्र भी दिया परन्तु पुलिस ने उस संबंधी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जबकि मामला गंभीर है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी लड़की को 50 हजार में बेच दिया गया था जिससे लोगों का मनोरंजन करने के लिए अद्र्धनग्न डांस व शराब परोसने का काम करवाया जाता था।
जब उसने अपनी लड़की को वापस बठिंडा लाने के लिए जगतार सिंह आर्कैस्ट्रा संचालकसे संपर्क किया तो उसने बेंगलूर आने के लिए कहा। उस बार में 1 गुंडा सा व्यक्ति था जिसने कहा कि यह लड़की 50 हजार में खरीदी है, पैसे दो तो ले जा सकते हो। फिर उन्होंने पैसे देकर लड़की को वापस बठिंडा के लिए गाड़ी पकड़ी व पहुंचकर एस.एस.पी. बठिंडा को शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस से इंसाफ न मिला तो वह हाईकोर्ट जाने से भी गुरेज नहीं करेगी। उसने बताया कि थाना प्रभारी उन पर समझौता करने के लिए दबाव डाल रहे हैं जबकि आरोपी जगतार सिंह लाखों रुपए देने की बात कर रहा है।
क्या कहना है एस.एस.पी. का
एस.एस.पी. नवीन सिंगला ने कार्रवाई करते हुए इसकी जांच का जिम्मा डी.एस.पी. सिटी दविंद्र सिंह को सौंप दिया। डी.एस.पी ने बताया कि उसने कई बार लड़की की माता से संपर्क किया व उन्हें आने के लिए पत्र भी भेजा परन्तु वह नहीं आई। उक्त लड़की को बयान देने के लिए कहा गया तो लड़की की माता रमनदीप कौर ने 2 दिन का समय मांगा कि उसके बाद आकर वह अपने बयान दर्ज करवाएगी।
क्या कहना है डी.एस.पी. का
डी.एस.पी. का कहना है कि यह घटना जुलाई महीने की है और 3 महीने बाद उसने शिकायत की है। 3 महीने वह चुप क्यों रही, इसका कारण जानने के लिए उसे बुलाया गया था फिर भी आनाकानी करते हुए 2 दिन का समय मांगा। उन्होंने बताया कि जगतार सिंह पेशे से आर्कैस्ट्रा संचालक है और वह प्रोग्राम बुक कर अन्य राज्यों में लड़कियों को लेकर जाता है परन्तु पुलिस को सूचना देकर ही अपने प्रोग्राम करते हैं। इस मामले में भी लड़की को बेंगलूर से बरामद जरूर किया गया है परन्तु जगतार सिंह उनके साथ नहीं गया, उसने केवल टीम भेजी थी। पीड़िता के बयान लिखने के बाद ही पुलिस अगली कार्रवाई करेगी और जरूरत पड़ी तो बेंगलूर पुलिस से भी संपर्क किया जाएगा। उक्त मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उन्होंने कभी भी समझौते के लिए दबाव नहीं बनाया। उन्होंने बताया कि यह मामला एस.एस.पी. के ध्यान में है और उन्होंने ही यह जांच डी.एस.पी. को सौंपी है, अगर मामला दर्ज करना पड़ा तो वह पीछे नहीं हटेंगे।