Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 02:44 PM
पंजाब में 2 वर्षों से हो रहे हाई-प्रोफाइल मर्डर केसों में हत्यारों की तरफ से वारदात करते समय चेहरे छिपाने की बात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके की तरफ से वाहन चलाते समय चेहरा ढंकने पर 22 जुलाई 2017 को पाबंदी लगाई गई थी, ताकि सड़क...
लुधियाना(ऋषि): पंजाब में 2 वर्षों से हो रहे हाई-प्रोफाइल मर्डर केसों में हत्यारों की तरफ से वारदात करते समय चेहरे छिपाने की बात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके की तरफ से वाहन चलाते समय चेहरा ढंकने पर 22 जुलाई 2017 को पाबंदी लगाई गई थी, ताकि सड़क पर से चेहरा ढंक कर गुजर रहे संदिग्धों को पुलिस आसानी से रोक कर जांच कर सके। शहर के सभी चौकों पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस ने थाना पुलिस के साथ मिलकर 101 दिनों में चेहरा ढंक कर वाहन चला रहे 356 लोगों को दबोचा और सभी के खिलाफ सी.पी. के आदेशों की उल्लंघन करने के आरोप में एफ.आई.आर. दर्ज की गई। पुलिस की तरफ से इतनी सख्ती बरतने के बावजूद गत 17 अक्तूबर को बाइक सवार जो 2 युवक आर.एस.एस. नेता रविंद्र गोसाईं की हत्या कर फरार हो गए, उन्होंने चेहरा ढका हुआ था, जिस कारण पुलिस के हाथ कोई क्लू न लग सका।
पुलिस वैरीफिकेशन न करवाने के 221 केस
सी.पी. ने आदेश दिए थे कि प्रत्येक किराएदार को रखने से पहले उसकी पुलिस वैरीफिकेशन करवानी अनिवार्य है ताकि उसके बैकग्राऊंड का पता चल सके। लेकिन आदेशों की परवाह न करने पर पुलिस की तरफ से 221 मकान मालिकों पर धारा-188 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज की गई ताकि क्रिमिनल्स शहर में रह न सकें। हालांकि गोसाईं की हत्या में प्रयोग ढोलेवाल चौक से चोरी बाइक की 7 दिनों तक एफ.आई.आर. दर्ज न करने पर सी.पी. की तरफ से चौकी मिल्लरगंज के 2 हैड-कांस्टेबलों को सस्पैंड कर दिया गया था। अगर पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो 10 महीनों में बाइक चोरी के 197 मामले सामने आए हैं।
रुमाल बांधकर जा रहे बाइक सवार 2 भाइयों ने पी.सी.आर. कर्मियों से किया मिस्बिहेव
चेहरे पर रुमाल बांधकर रेखी सिनेमा रोड से गुजर रहे 2 भाइयों को पी.सी.आर. मोटरसाइकिल 3 के कर्मियों ने रोका तो वे उनसे मिस्बिहेव करने लग पड़े। इस मामले में थाना कोतवाली में दोनों के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। हैड-कांस्टेबल नरिंद्र कुमार और बूटा सिंह ने बताया कि आज दोपहर को वह अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे। तभी चेहरा ढंक कर बाइक पर केसर गंज मंडी की तरफ से आ रहे 2 युवकों को शक के आधार पर रोका तो वे उनसे मिस्बिहेव करने लग पड़े। इतना ही नहीं पीछे बैठा युवक वीडियो बनाने लग पड़ा। इसके बाद दोनों को तुरंत थाना कोतवाली ले जाया गया। जहां उनकी पहचान महाराज नगर के रहने वाले भूवन कुमार व हितेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने मुलाजिमों के बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई की है।
पकड़े जाने पर चलता है सिफारिशी फोनों का दौर
सी.पी. की तरफ से जारी कि गए आदेशों की लुधियानवियों को परवाह नहीं है। एफ.आई.आर. दर्ज होने के डर के बावजूद सड़कों पर वाहन चलाते समय मुंह पर रुमाल बांध रहे हैं। सूत्रों की मानें तो ज्यादातर रुमाल बांधकर वाहन चलाने वाले लोग पुलिस द्वारा रोकने पर सिफारिशी फोन करवा देते हैं और निम्न स्तर के मुलाजिमों को न चाहते हुए भी उन्हें छोडऩा पड़ता है व हत्यारे इसी बात का फायदा उठा रहे हैं।