Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 11:05 PM
अखिल भारतीय बैंक अधिकारी कॉन्फिडरेशन (ए.आई.बी.ओ.सी.) पंजाब के सदस्यों की तरफ से वीरवार को एक मांग पत्र रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आर.बी.आई) को भेजा गया। जिसमें मांग की गई कि बैंकों को अधिक नकदी जारी की जाए। ए.आई.बी.ओ.सी. पंजाब के सचिव राजीव सिरहिंदी ने...
जालंधर: अखिल भारतीय बैंक अधिकारी कॉन्फिडरेशन (ए.आई.बी.ओ.सी.) पंजाब के सदस्यों की तरफ से वीरवार को एक मांग पत्र रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आर.बी.आई) को भेजा गया। जिसमें मांग की गई कि बैंकों को अधिक नकदी जारी की जाए।
ए.आई.बी.ओ.सी. पंजाब के सचिव राजीव सिरहिंदी ने बताया कि बैंकों में नकदी (कैश) की जरुरत को लेकर हमारे की तरफ से आर.बी.आई. के डिप्टी गवर्नर को चण्डीगढ़ में अपील की गई कि बैंकों में चल रही कैश की कमी को जल्दी पूरा किया जाए क्योंकि कैश की कमी कारण लोगों को ज्यादातर किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों से कैश की मांग करते किसान तो कई बार कैश न मिलने पर बैंकों में ही प्रदर्शन कर देते हैं।
जिस कारण वीरवार को किसानों की तरफ से मुनक (संगरूर) में एसबीआई बैंक में प्रदर्शन किया गया। इसी तरह एसबीआई की पातड़ा (पटियाला) ब्रांच को भी कैश की कमी के कारण किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। यह कोई पहले मौका नहीं था जब कैश की कमी के साथ जूझ रहे बैंकों को धरने व प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी कई बार किसान पंजाब के मालवा के इलाकों में बैंकों के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं।
एक बैंक अधिकारी मुताबिक सभी बैंकों की एक करेंसी चेस्ट ब्रांच (सी.सी.बी.) को आर. बी. आई. कैश स्पलाई करती है और सीसीबी आगे वह कैश सम्बन्धित बैंकों में बांटती देती है परन्तु बीते कुछ दिनों से पंजाब के मालवा क्षेत्र में करेंसी चेस्ट ब्रांचों को ही सिर्फ 10 प्रतिशत अपेक्षित कैश मिला है। सिर्फ पटियाला और संगरूर में ही 22 करेंसी चेस्ट ब्रांचें हैं जो बैंकों को कैश स्पलाई करती हैं। इन करेंसी चेस्ट ब्रांचों में रोजमर्रा की काफी कम कैश पहुंच रहा है। सूत्रों के मुताबिक अकेले एसबीआई को ही रोजमर्रा की 300 करोड़ रुपए के कैश की जरूरत होती है परन्तु इस के बावजूद उसको सिर्फ 30 करोड़ की नकदी ही मिल रही है।