Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 12:40 PM
एक अनोखे मामले में बैंक ने डिफाल्टर हुए एक फैक्टरी मालिक की फैक्टरी में लेबर जॉब हेतु गए 10 उद्यमियों का करोड़ों रुपए का कच्चा माल ही नीलाम करवा दिया। बैंक व डिफाल्टर की जुगलबंदी से हुए इस नुक्सान से परेशान पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेज कर...
लुधियाना(पंकज): एक अनोखे मामले में बैंक ने डिफाल्टर हुए एक फैक्टरी मालिक की फैक्टरी में लेबर जॉब हेतु गए 10 उद्यमियों का करोड़ों रुपए का कच्चा माल ही नीलाम करवा दिया। बैंक व डिफाल्टर की जुगलबंदी से हुए इस नुक्सान से परेशान पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेज कर जहां इंसाफ की मांग की है, वहीं आरोपियों के खिलाफ अमानत में खयानत व धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने की गुहार लगाई है।
‘पंजाब केसरी’ कार्यालय आए उद्यमियों ने अपने साथ हुए धोखे संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि वे लोग चंडीगढ़ रोड स्थित गांव मानगढ़ स्थित एक रोलिंग मिल में पिछले कई वर्षों से कच्चा माल भेज कर सरिया बनवाते थे। इसी प्रक्रिया के चलते पिछले महीने सभी पार्टियों ने जब तकरीबन अढ़ाई करोड़ का कच्चा माल उक्त फैक्टरी में लेबर जॉब हेतु भेजा तो अगले ही दिन प्रताप चौक स्थित एक बैंक ने उक्त फैक्टरी पर ताला लगाते हुए दावा किया कि फैक्टरी मालिक करोड़ों रुपए का बैंक डिफाल्टर है।
इसकी खबर मिलने पर जब सभी उद्यमी उक्त फैक्टरी पहुंचे तो वहां खड़े बैंक मैनेजर ने उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें उनका कच्चा माल निकालने दिया जाएगा। वे लोग
अपने माल का वजन व फैक्टरी मालिक द्वारा दी रिसीविंग के दस्तावेज लेकर 2 दिन बाद आ जाएं।
इसके बाद सभी मिल कर फैक्टरी मालिक के पास पहुंचे, जिसने उन्हें आश्वासन दिया कि सब कुछ दिखावे के लिए किया गया है। शीघ्र ही वह फैक्टरी का लॉक खुलवा देगा।
इसके बाद न तो बैंक ने उनकी बात सुनी और न ही फैक्टरी मालिक जवाब देने के लिए सामने आया। इस दौरान बैंक ने अखबारों में नोटिस जारी कर फैक्टरी की मशीनरी के अलावा उनके माल की भी ऑनलाइन नीलामी रख दी, जबकि बैंक मैनेजर को पता था कि वह कच्चा माल उनका है, न कि डिफाल्टर फैक्टरी मालिक का। इस दौरान वे बार-बार बैंक मैनेजर से सम्पर्क साधते रहे, परंतु उसका रवैया हिटलर जैसा था। शिकायतकत्र्ताओं ने आरोप लगाया कि यह सारा खेल फैक्टरी मालिक व बैंक मैनेजर की कथित मिलीभगत से हुआ, क्योंकि दोनों अच्छी तरह से जानते थे कि यह माल उद्यमियों का है। बावजूद इसके उनका अढ़ाई करोड़ की कीमत वाला कच्चा माल नीलामी के जरिए बेच दिया गया। परेशान उद्यमियों ने पुलिस कमिश्नर से इंसाफ की गुहार लगाते हुए आरोपी फैक्टरी मालिक व बैंक मैनेजर के खिलाफ सोची-समझी साजिश के तहत उनका माल बेच कर अमानत में खयानत व धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज करने का आग्रह किया है।