Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2017 04:23 PM
विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन स्व.के.पी.एस. गिल को श्रदांजलि देने के विरोध में अकाली दल द्वारा किए गए वॉकअाऊट का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान कृपाल सिंह बडूंगर ने समर्थन किया है।
चंडीगढ़ः विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन स्व.के.पी.एस. गिल को श्रदांजलि देने के विरोध में अकाली दल द्वारा किए गए वॉकअाऊट का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान कृपाल सिंह बडूंगर ने समर्थन किया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय में अपने कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ मीटिंग में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते बडूंगर ने कहा कि गिल निर्दोष सिखों का कातिल था। इस अवसर पर प्रधान ने कहा कि मासिक बैठक में सिखों को पेश आ रही मुश्किलों के मसलों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। इसके साथ ही पूरे देश के गुरुद्वारों के प्रबंधन को लेकर उन्हें सुचारू रूप से चलाने के लिए विचार किया जा रहा है।
शिरोमणि अकाली दल द्वारा कल सदन से के.पी.एस. गिल को श्रद्धांजलि देने के मामले में वॉकअाऊट करने पर बोलते हुए बडूंगर ने कहा के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इस वॉकआउट का पूरी तरह समर्थन करती है क्योंकि केपीएस गिल ने कई निर्दोष युवाओं की हत्या की थी। उसे श्रद्धांजलि देना बिल्कुल गलत बात है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह को गिल के संस्कार में शामिल होने पर और सदन में श्रद्धांजलि देने पर श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा तलब किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब अपने आप में सर्वोच्च संस्था है और वह इसका खुद संज्ञान लेगी और कैप्टन को तलब करने या ना करने पर खुद फैसला लेंगे।
पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा बडूंगर पर किए गए हमले का जवाब देते हुए प्रधान ने कहा कि जाखड़ भी पंजाब का ही रहने वाला है और उसे पता है कि मीरी और पीरी दोनों की रक्षा करना हर सिख का फर्ज है। मीरी की रक्षा करने के लिए पीरी को मैदान में आना पड़ता है। जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा और जगदेव सिंह तलवंडी ने भी धर्म युद्ध मोर्चा में हिस्सा लिया है और जेल काटी। जब बडूंगर से पूछा गया कि आप एक्टिव राजनीति में आने वाले हैं तो उन्होंने इस बात को गोलमोल करते कहा कि राजनीति का मतलब मैं नहीं समझा पर जब भी पंथ को जरूरत पड़ी है तो सिखों ने सामने आकर मुकाबला किया है।