Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 06:47 PM
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद सुनील जाखड़ ने कहा है कि अकाली दल निकाय चुनावों में अपनी हार को देख बौखलाहट में अनाप-शनाप बयानबाजी पर उतर आए हैं। जाखड़ ने आज यहां कहा कि पहले विधानसभा चुनाव, गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव और अब निकाय चुनाव में अपनी हार...
चंढीगढ़: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद सुनील जाखड़ ने कहा है कि अकाली दल निकाय चुनावों में अपनी हार को देख बौखलाहट में अनाप-शनाप बयानबाजी पर उतर आए हैं। जाखड़ ने आज यहां कहा कि पहले विधानसभा चुनाव, गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव और अब निकाय चुनाव में अपनी हार को देख अकाली परेशान हो गए हैं।
लोगों ने अकाली गठबंधन के 10 साल के शासन में परेशानियों को झेला है तथा लोगों ने उन्हें हाल के चुनावों में हाशिए पर पहुंचा दिया तो अब कौन सा जादू उन्हें जिताएगा। लोग अभी उनकी करतूतों को भूले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार कर अच्छा नहीं किया। वह सांसद होने के नाते संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। इसके अलावा पंजाब के सरहदी इलाकों विशेषकर गुरदासपुर के धारीवाल तथा बटाला के उद्योंगों का मुद्दा भी उनके एजेंडे में शामिल रहेगा।
निकाय चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने निकाय चुनाव में पार्टी की ओर से अपना ²ष्टिपत्र मतदाताओं के समक्ष रख दिया है। इसी विजन डाक्यूमेंट के अनुसार पार्टी इन चुनावों में जीत दर्ज करेगी। भाजपा ने पिछले 10 सालों में अकाली दल के सामने घुटने टेक रखे और शहरी इलाकों का कोई विकास नहीं हुआ जो भी प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे, वे पूरे नहीं हो सके। अब पंजाब सरकार शहरों के विकास की योजना बना रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अकाली दल कांग्रेस सरकार पर मनमानी के आरोप लगा रहा है। सुखबीर बादल प्रदेश के गृहमंत्री भी रहे हैं और अकालियों की तरह कौन मनमानी कर सकता है।
वह यह भी जानते होंगे कि राजमार्ग जाम करने के लिए कौन सा कानून लागू होता है। पंजाब में अब जंगल राज नहीं कानून का राज है और कानून का उल्लंघन करने वालों के साथ कानून ही निपटेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने पुलिस को राजनीति से अलग रखा है तथा पुलिस को पेशेवर ढंग से काम करने की आजादी है। इसीलिए कई मामले पुलिस ने हल कर दिखाए हैं। अब अकाली दल की राजनीति नहीं चलेगी। यदि बादल राजनीति में बने रहना चाहते हैं तो अपनी सरकार के समय की गई धक्केशाही के लिए पंजाब की जनता से माफी मांगने के लिए आगे आए।