Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 10:58 AM
कर्ज न लौटा पाने वाले किसानों को डिफाल्टर घोषित करके उनकी फोटो बैंक के नोटिस बोर्ड पर चिपकाने के मामले में उस समय नया मोड़ अा गया जब इस बारे में मीडिया..
लुधियानाः कर्ज न लौटा पाने वाले किसानों को डिफाल्टर घोषित करके उनकी फोटो बैंक के नोटिस बोर्ड पर चिपकाने के मामले में उस समय नया मोड़ अा गया जब इस बारे में मीडिया में समाचार प्रकाशित होने के बाद लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख एवं विधायक सिमरजीत सिंह बैंस संबंधित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की समराला ( जिला लुधियाना) ब्रांच पहुंच गए तथा वहां पर बैंक मैनेजर के समक्ष जाकर किसानों की फोटो नोटिस बोर्ड पर लगाने का विरोध किया। जिसके बाद बैंक मैनेजर ने अपने सीनियर अधिकारी से विधायक की बात फोन पर करवाई व बैंस के कड़े एतराज को देखते हुए सीनियर अधिकारी ने खेद जताया और किसानों की फोटो नोटिस बोर्ड से हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद बैंक स्टाफ ने नोटिस बोर्ड से किसानों की फोटो हटा दी।
इस मौके पर विधायक ने सोशल मीडिया पर इस पूरे प्रकरण को सांझा किया तथा कहा कि किसी भी बैंक के पास कोई अधिकार नहीं है कि वह इस प्रकार किसी को सामाजिक तौर से बदनाम करे। उन्होंने बैंक मैनेजर से सवाल किया कि वह बताएं कि करोडों रुपए के एन.पी.ए. एकाऊंट वाले इंडस्ट्री के लोगों में कितनों के फोटो यूं बैंक ने नोटिस बोर्ड पर लगाए है तथा किसानों को क्यों टारगेट किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पंजाब के किसानों के साथ धोखा किया है तथा बैंक ऐसा करके किसानों को खुदकुशी की राह पर भेज रहे है। माझा का एक किसान कैप्टन अमरेंद्र सिंह का नाम लिखकर खुदकुशी कर गया। बैंस ने लोगों व किसानों से अपील कि पंजाब में कहीं भी इस प्रकार कोई बैंक मैनेजर फोटो लगाता है तो उसका विरोध करें तथा उन्हें भी बुलाए। वह जरूर वहां पहुंचेेंगे।