Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2017 11:44 AM
पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने अारोप लगाया है कि शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप के दीवालियापन का लाभ उठाकर शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रधान अकाली दल पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है।
जांलधर/चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने अारोप लगाया है कि शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप के दीवालियापन का लाभ उठाकर शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रधान अकाली दल पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है।
शिरोमणि अकाली दल के सरकार विरोधी धरनों में शमुलियत करने के लिए एस.जी.पी.सी. के मुख्य कृपाल सिंह बडूगर की तीखी आलोचना करते हुए श्री जाखड़ ने कहा कि शिअद को बादलों द्वारा नेतृत्व देने में असफल रहने को महसूस करते हुए एस.जी.पी.सी. के प्रधान ने राजनीति क्षेत्र में छलांग लगाने के लिए अकाली दल की लीडरशिप पर नियंत्रण करने का फैसला किया है।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य ने कहा कि बडूगर राजनीति सत्ता पर सवार होने के लिए शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप हथियाने की स्पष्ट कोशिश कर रहा है जिस प्रकार की पहले गुरचरण सिंह टोहड़ा व जगदेव सिहं तलवंडी ने किया था। टोहड़ा व तलवंडी दोनों ने शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप पर नजर रखी ओैर अपनी ख्वाईशों को पूरा करने के लिए राजनीतिक खेल रचा उन्होने कहा कि इन नेताओ की तरह अब बडूगर ने भी वह महीन रेखा पार कर ली है जो हमेशा ही धर्म और राजनीति मे रही है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बडूगर ने शिरोमणि अकाली दल के विरोध प्रदर्शनों मे प्रत्यक्ष रूप से और सरगर्मी से शमुलियत करके सुखबीर सिंह बादल की लीडरशिप को सीधी चुनौती दी है। जोकि पंजाब के पिछले विधान सभा चुनावों दौरान अपनी खराब दर्जे की घटिया कारगुजारी के कारण पूरी तरह तहसनहस हो चुकी है।
धर्म और राजनीति को मिलाने के विरूद्ध चेतावनी देते हुए कांग्रेस के राज्य प्रधान ने कहा कि यह राज्य की शांति और स्थिरता पर तबाहकुन प्रभाव डालेगा उन्होने दोनों को अलग अलग रखने की जरूरत पर जोर देते हुये कहा कि बुरे राजनीतिक हितो के लिए धर्म का दुरपयोग करने से राज्य और यहां के लोगों के कल्याण पर बुरा प्रभाव पडे$गा श्री जाखड़ ने का कि हरमंदिर साहिब को जाने वाली विरासती स्ट्रीट पर एल.ई.डी. स्क्रीने व शराब का इश्तिहार जारी होने के बाद शिरोमणि गुरूद्वारा प्रंबधक कमेटी द्वारा कांग्रेस सरकार के साथ टक्कर लेने हेतू की गई कोशिश से उसक राजनीतिक साजिश स्पष्ट हो गई है उन्होने कहा कि पिछली अकाली सरकार नियमों की उंलघना करके इन पर इश्तिहार चलाने के कार्य को पटटे पर देने की जिम्मेवार होने के बावजूद एसजीपीसी द्वारा शिअद की पीठ ठोकी जा रही है।
श्री जाखड़ ने कहा कि ताजा घटनाओं से बडूगर की राजनीति ख्वाईशों का पता चलता है जिसके लिए वह सिक्ख भाईचारे की सबसे उंची संस्था के साथ समझौता करने के लिए तैयार है। उन्होने कहा कि राज्य के सिक्ख धार्मिक भावनाओ को भडक़ा कर लाभ लेने की बडूगर की कोशिश को सफल नही होने देगें।