Edited By Updated: 24 May, 2017 10:47 AM
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस द्वारा राज्य की जनता से किए गए अहम वायदों में से एक भी वायदा अभी तक पूरा नहीं हो पाया है, जिसमें
लुधियाना (खुराना): विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस द्वारा राज्य की जनता से किए गए अहम वायदों में से एक भी वायदा अभी तक पूरा नहीं हो पाया है, जिसमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा राज्य की आवाम को सरकारी राशन डिपुओं पर सस्ती आटा-दाल योजना के साथ-साथ सत्ता में आने पर गरीब परिवारों को डिपुओं द्वारा सस्ती दरों पर चीनी, घी व चायपत्ती देने का सपना दिखाया है। अब सीधे लफ्जों में कहा जाए तो गरीबों के चूल्हों से कैप्टन सरकार की चीनी, घी व चायपत्ती के उबाले की खुशबू अभी तक नहीं उठी है।
कांग्रेस सरकार को पंजाब में सत्ता की कमान संभाले हुए 2 माह से ऊपर का समय बीत चुका है, जिसे लेकर योजना से जुड़े लाखों परिवार बड़ी बेसब्री से सरकार के वायदे को पूरा होने की राह ताक रहे हैं कि कब सरकार राशन डिपुओं पर उक्त खाद्य वस्तुओं को मुहैया करवाएगी। समाचार यह भी है कि कैप्टन सरकार पंजाबभर में पहले से बने हुए करीब 35 लाख से ऊपर नीले कार्डों पर लगी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री (बादल के दामाद) आदेश प्रताप सिंह कैरों की फोटो भी हटाने के मूड में है।
सूत्रों की मानें तो इसके लिए सरकार ने बाकायदा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से संबंधित अधिकारियों को कथित आदेश भी जारी कर दिए हैं कि आटा-दाल योजना के वितरण के दौरान राशन कार्ड पर किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता की फोटो नहीं लगी होनी चाहिए। याद रहे कि पहले करीब 10 वर्षों से राज्यभर में बने नीले कार्डों पर शिरोमणि अकाली दल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व विभागीय मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों की फोटो लगी हुई है।