Edited By Updated: 08 Feb, 2017 01:55 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल व ,....
लुधियाना(खुराना): पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल व कई अन्य करीबी पारिवारिक सदस्यों ने मात्र कुछ वर्षों में ही निजी कम्पनी के उडऩखटोले (हैलीकॉप्टर) की यात्रा में 1 अरब से ऊपर रुपए खर्च कर जनता को आॢथक मंदी की ओर धकेलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, क्योंकि पंजाब के सिर करीब पौने 2 लाख करोड़ रुपए से ऊपर का कर्ज चढ़ा हुआ है।
राज्य की वे ऐतिहासिक सरकारी प्रॉपर्टियां गिरवी पड़ी हुई हैं, जोकि राज्य का गर्व मानी जाती रही हैं। बादल परिवार द्वारा वर्ष 2007 से अगस्त 2016 तक जहां निजी कम्पनी के हैलीकॉप्टर की यात्रा के लिए 1 अरब 12 करोड़ 14 लाख 87 हजार 511 रुपए खर्च किए गए हैं। यह चौंका देने वाले आंकड़े होशियारपुर के आर.टी.आई. एक्टीविस्ट दलजीत सिंह ने पंजाब सरकार के सिविल एवीएशन विभाग से आर.टी.आई. के माध्यम से प्राप्त किए हैं। दलजीत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार के पास पास 1 सरकारी हैलीकॉप्टर है, जोकि वर्ष 2012 के अंत में 38 करोड़ रुपए की लागत से खरीदा गया है।
वहीं वर्ष 2007 से 2016 तक के कार्यकाल के दौरान सरकार द्वारा समय-समय पर निजी कम्पनी से हैलीकॉप्टर किराए पर लिए गए। उक्त उडऩखटोले की हवाई यात्रा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, केन्द्रीय राज्य मंत्री व सुखबीर बादल की धर्मपत्नी हरसिमरत कौर बादल सहित बिक्रमजीत सिंह मजीठिया व बादल परिवार के दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों ने की है।
सरकारी व निजी उडऩखटोलों के खर्च का ब्यौरा
आर.टी.आई. द्वारा प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सरकारी हैलीकॉप्टर का वर्ष 2013 से 2016 तक तेल पर खर्च की गई राशि 2,14,85,346 रुपए है। वर्ष 2013 से 2016 तक सरकारी उडऩखटोले के रूप में रख-रखाव पर खर्च की गई राशि 5,08,36,953 रुपए हैं। प्राइवेट कम्पनी के हैलीकॉप्टर का वर्ष 2007 से 2016 तक किराया व लीज राशि 1,12,14,87,511 रुपए है।
सरकारी इमारतें गिरवी रखकर लिए 2200 करोड़ के कर्ज का ब्यौरा
सरकार द्वारा पिछले वर्ष 2016 में विभिन्न सरकारी इमारतें 5 अलग-अलग बैंकों में गिरवी रखकर 2100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त कर्जा उठाया गया है, जिसका ब्यौरा कुछ इस प्रकार है।
-जालंधर का पुराना जिलाधीश कार्यालय, एस.एस.पी. कार्यालय, गांधी वनीता आश्रम। कर्ज की राशि 350 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ इंडिया।
- ग्रीन पार्क एन्क्लेव, जेल साइट जालंधर, मैंटल अस्पताल अमृतसर। कर्ज की राशि 400 करोड़ रुपए।
- रणजीत एन्क्लेव साइट। कर्ज की राशि 100 करोड़ रुपए, आंध्रा बैंक।
- पुराना कोर्ट कॉम्प्लैक्स कार्यालय लुधियाना, कैनाल कालोनी लुधियाना। कर्ज की राशि 500 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ इंडिया।