Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 12:31 PM
प्रोग्रैसिव पंजाब सैल कांग्रेस के चेयरमैन योगिन्द्र सिंह योगी ने कहा कि अकाल तख्त की मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने पर पूर्व मुख्यमंत्री........
पटियाला(जोसन): प्रोग्रैसिव पंजाब सैल कांग्रेस के चेयरमैन योगिन्द्र सिंह योगी ने कहा कि अकाल तख्त की मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख सिद्धांत के साथ खिलवाड़ करके डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख से वोटें मांगने के लिए गिड़गिड़ाने वाली नन्ही छांव मुहिम का आगाज करने वाली हरसिमरत कौर बादल को भी इस्तीफा देकर सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए।
योगिन्द्र सिंह योगी ने कहा कि मुम्बई के एक होटल में बैठकर सुखबीर सिंह बादल ने अकाल तख्त के जत्थेदार की बाजू मरोड़ कर डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख को माफी देने का गलत हुक्मनामा जारी करवाया था तथा सिख संगत ने अपनी सूझबूझ से गुरमति सिद्धांतों को सामने रखकर माफी के गलत हुक्मनामे को मानने से इंकार कर दिया था। उस समय सुखबीर सिंह बादल ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से माफी के इस गलत हुक्मनामे को ठीक करने के लिए 95 लाख रुपए के इश्तिहार अखबारों में छपवाए थे। अंत में सिख पंथ के विद्रोह के कारण अकाल तख्त को डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख को माफ कर देने का फैसला वापस लेना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि इतिहास के इस उलटे दौर के लिए भी बादल परिवार ही जिम्मेदार हैं, यदि अपने निजी फायदे को मुख्य रख कर बादल डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख को माफी न दिलाते तो आज इतिहास में कुछ और ही लिखा जाना था।
आज पंजाब के ही नहीं बल्कि विश्व भर के जिस कोने में भी पंजाबी बैठे हैं वे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तारीफ कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और सैनिक तजुर्बों के साथ पंजाब को बर्बाद होने से बचा लिया। यदि आज कहीं बादलों का राज होता तो पंजाब भी हरियाणा की तरह जल रहा होता।