Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Aug, 2017 01:44 PM
अबोहर-श्रीगंगानगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाई जा रही सड़क के ठेकेदार द्वारा नियमों का पालन न करने के कारण लगभग 2 दर्जन किसानों की नरमे व किन्नू के बाग की फसल खराब हो गई। पीड़ित किसान द्वारा बार-बार गुहार लगाने का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसानों ने...
अबोहर (रहेजा): अबोहर-श्रीगंगानगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाई जा रही सड़क के ठेकेदार द्वारा नियमों का पालन न करने के कारण लगभग 2 दर्जन किसानों की नरमे व किन्नू के बाग की फसल खराब हो गई। पीड़ित किसान द्वारा बार-बार गुहार लगाने का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसानों ने ठेकेदार से खराब हुई फसल का मुआवजा दिलवाने की मांग की है।
जानकारी देते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गांव सैय्यदांवाली के किसान बलराम, ओंकार, घेरू राम, गुरदयाल राम, ब्रिज लाल, सुरिन्द्र कुमार, सुभाष कुमार, प्रह्लाद, राजिन्द्र कुमार, हरिराम, मनीराम, रोहताश आदि ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
नियमों के अनुसार सड़क के निर्माण के दौरान मिट्टी पर लगातार पानी का छिड़काव करना होता है ताकि राहगीरों सहित सड़क के दोनों किनारों पर बसे हुए लोगों व फसलों को कोई हानि न पहुंचे लेकिन ठेकेदार द्वारा पानी का छिड़काव न करवाने व अन्य लापरवाहियों के कारण उनकी पिछली फसल गेहूं को भी काफी हानि पहुंची थी और अब नरमे व किन्नू की फसल भी खराब हो चुकी है, जिससे उन्हें लाखों रुपए की क्षति हुई है।
किसानों ने बताया कि वह 35 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन ठेके पर लेकर खेती कर रहे हैं, जिस कारण उन्हें दोनों ओर से मार पड़ रही है। फसल खराब होने संबंधी कई बार ठेकेदार को सूचित किया जा चुका है लेकिन वह उनकी बात पर कोई गौर नहीं कर रहा है। किसानों ने ठेकेदार से उन्हें 25 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिलवाने की मांग की है।