Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 04:43 PM
पंजाब में पिछले 2 वर्षों के दौरान धार्मिक नेताओं की हुई हत्याओं के पीछे बब्बर खालसा इंटरनैशनल का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। पंजाब पुलिस के आलाधिकारी बब्बर खालसा की भूमिका की जांच में जुटे हुए हैं।
जालन्धर(धवन): पंजाब में पिछले 2 वर्षों के दौरान धार्मिक नेताओं की हुई हत्याओं के पीछे बब्बर खालसा इंटरनैशनल का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। पंजाब पुलिस के आलाधिकारी बब्बर खालसा की भूमिका की जांच में जुटे हुए हैं। राज्य के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा का भी मानना है कि संभवत: बब्बर खालसा ने ही धार्मिक हस्तियों की हत्याएं करवाई हो। राज्य में पूर्व शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल में कई धार्मिक नेताओं की हत्याएं हुई थी। 28 जुलाई 2009 को पटियाला में राष्ट्रीय सिख संगत के प्रमुख रुलदा सिंह की हत्या की गई थी।
यह संगठन आर.एस.एस. के साथ जुड़ा हुआ है। रुलदा सिंह की हत्या के पीछे बब्बर खालसा इंटरनैशनल के एक सदस्य गुरशरणबीर सिंह का हाथ होने की बात सामने आ रही है। आला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बब्बर खालसा का उक्त सदस्य गुरशरण सिंह रुलदा सिंह की हत्या करने के बाद इंगलैंड चला गया था। जुलाई 2010 में पंजाब पुलिस की इंगलैंड में वैस्ट मिडलैंड्स पुलिस के साथ इस मामले को लेकर कुछ जानकारी सांझा की थी।
इंगलैंड की पुलिस दिसम्बर 2010 मे पटियाला का दौरा कर चुकी है तथा उसने नाभा जेल में बंद कुछ अभियुक्तों से पूछताछ भी की थी। फरवरी 2015 में पटियाला की अदालत में रुलदा सिंह की हत्या के मामले में 5 लोगों को रिहा कर दिया था क्योंकि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं थे। इस मामले में पंजाब पुलिस गुरशरण को वांछित अपराधी करार दे चुकी है। राज्य पुलिस को यह भी पता चला है कि पंजाब में टार्गेट किङ्क्षलग की योजनाएं पाकिस्तान, इंगलैंड, कनाडा तथा हांगकांग मे बैठे कुछ आतंकी तत्वों द्वारा तैयार की गई है। पंजाब पुलिस अब संबंधित देशों के साथ बातचीत करने में लगी हुई है। पंजाब में राज्य पुलिस ने हाल ही में कई अपराधिक हत्याओं का भंडाफोड़ करने में कामयाबी हासिल की है।
पंजाब पुलिस ने आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा, लुधियाना में गोसाईं हत्याकांड समेत लगभग 7 हत्याओं की गुत्थी को सुलझाया जिसमें यह बात उभर कर सामने आई कि कुछ विदेशी ताकतें भी पंजाब को अस्थिर करने में लगी हुई हैं। इसी के तहत राज्य पुलिस अब बब्बर खालसा के कुछ और हत्याओं के पीछे हाथ होने की संभावनाओं का पता लगाने में जुट गई है। संभवत: आने वाले दिनों में राज्य पुलिस को इस संबंध में कुछ कामयाबी हासिल हो सकती है।