Edited By Updated: 19 Jan, 2017 09:37 AM
आने वाले समय में अध्यापक बनने के इच्छुक लोगों की राह थोड़ी कठिन हो सकती है, क्योंकि सरकार द्वारा बी.एड. कोर्स के लिए नैशनल लैवल का एंट्रैंस
जालंधर(सुमित): आने वाले समय में अध्यापक बनने के इच्छुक लोगों की राह थोड़ी कठिन हो सकती है, क्योंकि सरकार द्वारा बी.एड. कोर्स के लिए नैशनल लैवल का एंट्रैंस व एग्जिट टैस्ट लाने की योजना तैयार की जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी स्कूलों में अध्यापन की स्थिति से सरकार पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है, जिसके चलते अध्यापन के स्तर को सुधारने के लिए इस नई योजना पर काम हो रहा है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानव संसाधन व विकास मंत्रालय द्वारा जल्द ही एक नया प्लान लाया जाएगा, जिसके तहत बी.एड. कोर्स में दाखिले को नैशनल स्तर का एंट्रैंस टैस्ट, बी.एड. कालेजों का सर्टीफिकेशन और बी.एड. ग्रैजुएट्स के लिए एग्जिट टैस्ट शुरू किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सरकार का मानना है कि स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए यह जरूरी है कि अच्छे अध्यापक स्कूलों में पढ़ाएं और इसके लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि अध्यापन की पढ़ाई में आने वाले उम्मीदवार भी योग्य हों। सरकार की इस नई योजना के मुताबिक जो नए उम्मीदवार बी. एड. के पाठ्यक्रम को अपनाएंगे उनका एंट्रैंस टैस्ट होगा। इसके साथ ही जो अध्यापक नए नियुक्त किए जा चुके हैं, उनके लिए ओरिएन्टेशन प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे और नवनियुक्त सभी
अध्यापकों के लिए ओरिएन्टेशन कार्यक्रम में हिस्सा लेना अनिवार्य किया जाएगा ।हालांकि इस नई योजना की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है परन्तु सूत्र बताते हैं कि एंट्रेस और एग्जिट टैस्ट के प्रारूप बनाने व इस प्लान को लागू की विधि बनाने की जिम्मेदारी नैशनल काऊंसिल फार टीचर एजुकेशन को दी गई है। सूत्रों की मानें तो मानव संसाधन व विकास मंत्रालय इस योजना को आगामी सैशन से ही लागू करने की कोशिश में है। गौरतलब है कि इससे पहले भी अध्यापक बनने के लिए सरकार द्वारा राज्य स्तर के अध्यापक योग्यता टैस्ट शुरू किए जा चुके हैं और सी.टी.ई.टी. के नाम से सैंट्रल टीचर एलीजिबिल्टी टैस्ट भी लिया जाता है। इन दोनों टैस्टों में पास प्रतिशतता बहुत कम रहती है और ऊपर से मन बी.एड. से पहले ही यह नए टैस्ट शुरू करने की तैयारी क्या रंग लाएगी यह तो उक्त प्लान लागू होने के बाद ही पता लग सकेगा।