Edited By Updated: 21 Jan, 2017 11:41 AM
एक तरफ विधान सभा चुनाव 2017 व दूसरी तरफ गणतंत्र दिवस के चलते सुरक्षा एजैंसियों ने पूरे देश में रैड अलर्ट जारी कर दिया है। चुनाव का मौसम होने से मामले की संवेदनशीलता और बढ़ गई है।
अमृतसर(नीरज): एक तरफ विधान सभा चुनाव 2017 व दूसरी तरफ गणतंत्र दिवस के चलते सुरक्षा एजैंसियों ने पूरे देश में रैड अलर्ट जारी कर दिया है। चुनाव का मौसम होने से मामले की संवेदनशीलता और बढ़ गई है। बार्डर पर बी.एस.एफ. भी पूरी तरह से अलर्ट है और चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। सिविल एरिया में पैरा-मिलिट्री फोर्स व जिला पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी की है। चौपहिया-दोपहिया वाहनों की चैकिंग की जा रही है। पाकिस्तान से आने वाली समझौता एक्सप्रैस, दिल्ली-लाहौर व अमृतसर-ननकाना साहिब बसों की भी जीरो लाइन पर रैमजिंग शुरू कर दी गई है, कस्टम विभाग यात्रियों के सामान की भी क्रास चैकिंग कर रहा है
रिट्रीट सैरेमनी स्थल पर कड़े सुरक्षा प्रबंध
बी.एस.एफ. व पाकिस्तान रेंजर्स के बीच होने वाली परेड देखने आने वाले हजारों पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बी.एस.एफ. कड़े सुरक्षा प्रबंध कर रही है और महिलाओं की भी चैकिंग की जा रही है। गैलरी फुल होने के बाद जे.सी.पी. गेट के बाहर किसी को खड़ा नहीं होने दिया जा रहा है। हालांकि बड़ी एल.ई.डी. स्क्रीन के जरिए गैलरी के बाहर खड़े लोग परेड देख सकते हैं। रिट्रीट सैरेमनी स्थल के मुख्य गेट पर भी वर्टिकल गार्डर लगाए जा चुके हैं। यह वर्टिकल गार्डर टैंक की टक्कर को भी रोक सकते हैं। इन गार्डर के अलावा आई.सी.पी. के बाहर बैरीकेड्स पर ऑटोमैटिक अलार्म व बड़े पहियों को भी पंक्चर कर देने वाले कील तो पहले से ही लगे हुए है, जिनसे यदि कोई वाहन टकराता है तो अलार्म स्वयंमेव बज उठते हैं।
इंडिया गेट से लेकर टी-प्वाइंट तक पुलिस ने लगाए नाके
अटारी आई.सी.पी. एवं रिट्रीट सैरेमनी स्थल की सुरक्षा व इसमें सिविलियन की घुसपैठ के मामले सामने आने के बाद पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट है। बार्डर को जाने वाले रास्तों की सख्त नाकाबंदी कर दी गई है। इतना ही नहीं, इंडिया गेट से लेकर आई.सी.पी. से पहले आने वाले टी प्वाइंट तक रात के समय में स्थायी 3 नाके लगा दिए गए हैं, इनमें रात में भी पहरा दिया जाता है और आने-जाने वालों की जांच की जाती है। यह नाका इंडिया गेट पुलिस चौकी के बाहर, सैनिक छावनी के बाहर, पुलिस थाना घरिंडा के बाहर व अटारी रेलवे स्टेशन व अटारी आई.सी.पी. की तरफ जाने वाले टी प्वाइंट पर लगाया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति रात में बार्डर की तरफ न जा सके।
ट्रक स्कैनर व सी.सी.टी.वी. कैमरा अभी भी नहीं
आतंकवादियों के निशाने पर चल रही आई.सी.पी. अटारी में हमारी सुरक्षा एजैंसियों की इससे बड़ी लापरवाही और क्या सामने आ सकती है कि पाकिस्तान से आने वाले ट्रकों की स्कैङ्क्षनग करने के लिए कई वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार ने यहां पर ट्रक स्कैनर नहीं लगाया है, जबकि आई.सी.पी. का उद्घाटन करते समय तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदम्बरम ने 8 सप्ताह के भीतर स्कैनर लगाने का ऐलान किया था। इतना ही नहीं, मौजूदा सरकार में गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी यहां दौरा कर चुके हैं, उन्होंने भी आई.सी.पी. पर जल्द ट्रक स्कैनर लगाने का ऐलान किया था, लेकिन आज तक ट्रक स्कैनर लगाने का काम हवा में ही है और इसमें भारी लापरवाही बरती जा रही है, जबकि पाकिस्तान ने अपनी आई.सी.पी. में 2-2 ट्रक स्कैनर लगाए हैं। इतना ही नहीं, आई.सी.पी. में सी.सी.टी.वी. कैमरे लंबे समय से बंद पड़े हैं, लेकिन इनको ठीक नहीं करवाया जा रहा है।
समझौता, दोस्ती बस आतंकियों के निशाने पर
आई.सी.पी. व रिट्रीट सैरेमनी स्थल के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रैस व दोस्ती बसें भी पाकिस्तानी आतंकवादियों के निशाने पर हैं। पाकिस्तानी आतंकवादी नहीं चाहते हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच कारोबारी रिश्ते मजबूत हों, यहां तक कि वे बी.एस.एफ. व पाकिस्तान रेंजर्स के बीच होने वाली परेड के भी खिलाफ हैं। पाकिस्तानी वाघा सीमा के एंट्री प्वाइंट्स पर तो वह पहले ही हमला कर चुके हैं, जिसमें दर्जनों लोगों की जान चली गई।