Edited By Updated: 06 Jan, 2017 11:11 AM
गरीबों के लिए चलाई जा रही आटा-दाल योजना के तहत जहां कुछ वार्डों में गेहूं की कालाबाजारी की लगातार खबरें आ रही हैं वहीं यह भी पता चला है कि कुछ विधानसभा हलकों में सत्ताधारी पार्टी के नेता फूड सप्लाई विभाग के निर्देशों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
अमृतसर (नीरज): गरीबों के लिए चलाई जा रही आटा-दाल योजना के तहत जहां कुछ वार्डों में गेहूं की कालाबाजारी की लगातार खबरें आ रही हैं वहीं यह भी पता चला है कि कुछ विधानसभा हलकों में सत्ताधारी पार्टी के नेता फूड सप्लाई विभाग के निर्देशों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं। आटा-दाल योजना के तहत सरकार की तरफ से दिए गए कार्डों पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व खाद्य पूर्ति मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों की फोटो तो पहले ही स्टीकर के रूप में चिपकाई गई थी और यह जायज भी था लेकिन कुछ हलकों में सत्ताधारी पार्टी के नेता बादल व कैरों के साथ-साथ अपनी भी फोटो चिपका रहे हैं और आटा-दाल स्कीम का क्रैडिट लेने का प्रयास कर रहे हैं।
इस मामले में विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को शिकायत भी की है और उन नेताओं की फोटो हटवाने की मांग की जा रही है जो जबरदस्ती अपनी फोटो नीले कार्ड पर चिपका कर आटा-दाल योजना का क्रैडिट लेने का प्रयास कर रहे हैं। नीले कार्डों पर लगी फोटो संबंधी खाद्य पूर्ति विभाग के डी.एफ.एस.ए.ओ. रमिन्दर सिंह बाठ का कहना है कि नीले कार्ड पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व खाद्य पूॢत मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरो की ही फोटो छप सकती है, इसके अलावा कोई अन्य फोटो नहीं लगाई जा सकती है।