Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 12:25 PM
एक तरफ जहां केन्द्र सरकार लोगों को कैश लेन-देन करने की बजाए ए.टी.एम. का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर कर रही है, वहीं दूसरी ओर
लुधियाना (पंकज): एक तरफ जहां केन्द्र सरकार लोगों को कैश लेन-देन करने की बजाए ए.टी.एम. का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर कर रही है, वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ महीनों दौरान साइबर क्राइम के माहिर आरोपियों द्वारा कई लोगों के खातों से ऑनलाइन लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। असल में केन्द्र सरकार देश में कैश करंसी के लेन-देन को कम कर ए.टी.एम. कार्ड के जरिए ऑनलाइन प्रक्रिया को बढ़ावा देना चाहती है, लेकिन इसकी आदत डालने से पहले ही साइबर क्राइम के माहिर खिलाड़ी लोगों के खातों से लाखों की रुपए निकाल रहे हैं।
क्या है मामला
असल में सारा खेल व्यक्ति द्वारा आपने बैंक खाते से संबंधित ए.टी.एम. अथवा क्रैडिट कार्ड उपयोग करने पर शुरू होता है। यह खेल उन्हीं लोगों के साथ होता है जो कार्ड का उपयोग करते हैं, वह फिर चाहे पैट्रोल पंप पर हो या फिर शोरूम पर। खरीदारी करते समय, मशीन में कार्ड डालते ही ए.टी.एम. अथवा डैबिट-क्रैडिट कार्ड के पीछे अंकित सी.वी. नं. जोकि आपके खाते का मास्टर नं. होता है, उससे खाते की सारी जानकारी आसानी से मिल जाती है, को जानने व कार्ड का कलोन तैयार कर अपराधी आपके खाते को साफ कर देते हैं।
ए.टी.एम. पर चलता है खेल
जिन इलाकों में ए.टी.एम. मशीनों का उपयोग कम होता है वह स्थान साइबर क्राइम के माहिर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। यह लोग मशीन के नम्बरों पर विशेष प्रकार का पदार्थ चिपका देते हैं और जैसे ही आप वहां से बाहर निकलते हो तो शातिर अपराधी अपना काम कर देते हैं। पिछले कुछ माह के भीतर जैसे-जैसे ए.टी.एम. अथवा कार्ड के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया चली है, वैसे साइबर क्राइम की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। जिस कारण लोग ए.टी.एम. अथवा कार्डों का उपयोग करने से घबराने लगे हैं।
बुजुर्ग महिला के 1.57 लाख निकलवाए
साइबर क्राइम से जुड़ा ताजा मामला उस समय सामने आया जब एक बुजुर्ग महिला के बैंक खाते की सारी जानकारी बैंक डिटेल जान आरोपी ने 2 बैंक खातों से लाखों रुपए की रकम निकाल ली, पुलिस का साइबर क्राइम विभाग मामले की जांच में जुट गया है। पक्खोवाल रोड के निवासी 53 वर्षीय बुजुर्ग महिला तजिन्द्र कौर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 4 दिन पहले उनको मोबाइल फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बता उनसे सेविंग खाते की सारी जानकारी लेने के अलावा ओ.टी.पी. भी जान लिया। आरोपी ने उनसे किसी दूसरे बैंक में खाते की भी जानकारी बताने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने उसे दूसरे बैंक खाते संबंधी भी सारी जानकारी दे दी। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनको दोनों बैंक के खाते से आरोपी ने 22, 23 व 24 जुलाई को अलग-अलग समय पर 1 लाख 32 हजार व 25 हजार की नकदी निकलवा ली। पीड़ित के परिवार वालों को जब खाते से ट्रांजक्शन होने का पता चला तो उन्होंने तुरंत बैंक से सम्पर्क किया व पुलिस के साइबर क्राइम को इसकी शिकायत दी। उधर, साइबर क्राइम विंग के अधिकारी ने लोगों को अपील की है कि वह किसी को भी अपने बैंक खाते अथवा ए.टी.एम. की जानकारी न दें।