Edited By Updated: 11 Dec, 2016 01:51 PM
बेशक शिक्षा विभाग ने शनिवार को शुरू हुई 62वीं अंतर जिला स्कूल एथलैटिक्स प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में 64 स्कूलों के करीब 13 हजार विद्यार्थियों का शामिल होना लाजिमी बनाया था....
लुधियाना(विक्की): बेशक शिक्षा विभाग ने शनिवार को शुरू हुई 62वीं अंतर जिला स्कूल एथलैटिक्स प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में 64 स्कूलों के करीब 13 हजार विद्यार्थियों का शामिल होना लाजिमी बनाया था लेकिन करीब 10 हजार विद्यार्थियों ने अपनी दूसरे शनिवार की छुट्टी रद्द न करते हुए समारोह में शामिल न होकर विभाग को ठेंगा दिखा दिया। अध्यापक बच्चों के आने का इंतजार करते रहे लेकिन ज्यादातर स्कूलों के विद्यार्थी नहीं पहुंचे। अगर विद्यार्थी समारोह में शामिल होते तो उन्हें घने कोहरे व ठंड के कारण गुरु नानक स्टेडियम में ओपन ऑडीटोरियम में बैठकर अन्य विद्यार्थियों की तरह कंपकंपाना पड़ता। समारोह में करीब 2500 से 3000 विद्यार्थियों के शामिल होने का अनुमान है। बी-ब्लॉक को छोड़कर छात्रों के बैठने के लिए रखे गए अन्य 3 ब्लॉक अधिकतर खाली दिखाई दिए।
ओस से भीगी सीढियों पर बैठे विद्यार्थी
जो बच्चे समारोह में पहुंचे भी थे, उन्हें भी परेशानी झेलनी पड़ी, क्योंकि कोहरे के मौसम में पड़ रही ओस के कारण स्टेडियम के विभिन्न ब्लॉकों की सीढियां भीगी हुई थीं, जहां बच्चों को मजबूरी में बैठना पड़ा। समारोह शुरू होने से करीब 1 घंटा पहले स्टेडियम में पहुंचने शुरू हुए बच्चे शॉल ओढ़कर ठंड से अपना बचाव करते दिखे, जबकि अध्यापक शीट्स बिछाकर उक्त भीगी सीढिय़ों पर बैठे। बात करने पर बच्चों ने कहा कि ठंड की वजह से यहां बैठने में उन्हें काफी परेशानी हो रही है लेकिन अध्यापकों ने उन्हें जबरदस्ती बिठा दिया।
मैडल और बैनर पर अलग तारीखें
मेजबानों द्वारा अव्यवस्था के तथ्य उस समय और उजागर हुए जब प्रतियोगिता की तरीखों में ही फेरबदल की बात सामने आई। बेशक मुख्य स्टेज के पीछे लगे प्रतियोगिता संबंधी बैनर में खेलों की तारीख 10 से 14 दिसम्बर लिखी हुई थी, जबकि जो मैडल विजेताओं को प्रदान किए गए, उन पर खेलों के आयोजन की तारीख 10 से 13 दिसम्बर तक छपवाई गई है। ऐसे में खिलाड़ी व उनके साथ आए कोच इस बात को लेकर असमंजस में रहे कि खेलों का समापन समारोह कब होना है। हालांकि सब कुछ मेजबानों की आंखों के सामने होता रहा लेकिन किसी ने भी इस तरफ ध्यान देने की चेष्टा नहीं की।
सिर्फ हाजिरी लगाने ही पहुंचे गुरु जी
वहीं ए-ब्लॉक में उक्त 64 स्कूलों के अध्यापकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर विभाग के आदेशों का पालन तो किया लेकिन समारोह के दौरान ही अधिकतर अध्यापक अपनी हाजिरी लगाकर स्टेडियम से चलते बने। ऐसे में चर्चा रही कि विभागीय कार्रवाई के डर से अध्यापक केवल हाजिरी लगाने ही समारोह में पहुंचे थे।