Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Feb, 2018 05:59 PM
केंद्रीय बजट में पंजाब व बार्डर एरिया की अनदेखी पर कांग्रेसी सांसदों के तेवर केंद्र की मोदी सरकार को लेकर काफी ती...
जालन्धर(धवन): केंद्रीय बजट में पंजाब व बार्डर एरिया की अनदेखी पर कांग्रेसी सांसदों के तेवर केंद्र की मोदी सरकार को लेकर काफी तीखे हो गए हैं तथा अगले सप्ताह से बजट को लेकर संसद में होने वाली बहस में भाग लेने की तैयारियां कांग्रेस ने शुरू कर दी हैं। पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि पंजाब से केंद्र की भाजपा सरकार ने सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। बजट में किसानों, नौजवानों, मिडल क्लास तथा व्यापारियों को कुछ भी नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में कहा था कि केंद्र की योजनाओं को पंजाब में लागू करने के लिए केंद्र की हिस्सेदारी 90 प्रतिशत व राज्य सरकार की 10 प्रतिशत होनी चाहिए। पूर्व मनमोहन सरकार के समय केंद्र अपनी 90 प्रतिशत हिस्सेदारी केंद्रीय योजनाओं में डाला करता था परन्तु केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उसने राज्यों के खिलाफ फैसला लेते हुए केंद्र की हिस्सेदारी को घटाकर 60 प्रतिशत व राज्यों की हिस्सेदारी को बढ़ा कर 40 प्रतिशत कर दिया। राज्य सरकार इसे समय भारी आॢथक संकट के दौर से गुजर रही हैं तथा उनके आॢथक संसाधन भी सीमित हैं।
जाखड़ ने कहा कि पंजाब को तो बजट में दोहरी मार मारी गई है। पहला तो केंद्र ने जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश को औद्योगिक पैकेज दे दिए। दूसरा अब बजट में बॉर्डर एरिया के लिए कोई ऐलान नहीं किया गया। पंजाब के लिए किसी भी बड़ी इंडस्ट्री की स्थापना का ऐलान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बार्डर एरिया में पहले ही बेरोजगारी चरम सीमा पर है।
ऐसी स्थिति में नई इंडस्ट्री लगाकर ही बेरोजगारी को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बार्डर एरिया डिवैल्पमैंट फंड के लिए भी कोई ऐलान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट पर होने वाली चर्चा में कांग्रेसी सांसद भाग लेंगे तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली से इस संबंध में जवाब मांगा जाएगा। जाखड़ ने कहा कि बजट ने सभी की उम्मीदों को धराशाई कर दिया है।
जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पंजाब को पुन: अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए कृत संकल्प हैं परन्तु दुख की बात यह है कि केंद्र से ग्रांटों के मामले में उन्हें पूरा सहयोग नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि सबसे दुखदायी बात यह है कि अकाली दल ने हमेशा विपक्ष में रहते हुए नकारात्मक भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि अकाली दल के अंदर सही बात को सही कहने व गलत बात को गलत कहने की हिम्मत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग अब सूझवान हैं तथा वह अकाली दल या आम आदमी पार्टी की नकारात्मक राजनीति का शिकार नहीं बनेंगे।