Edited By Updated: 05 Dec, 2016 11:41 PM
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आशुतोष महाराज मामले में आज फिर वही सवाल उठा....
चंडीगढ़(बृजेन्द्र): पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आशुतोष महाराज मामले में आज फिर वही सवाल उठा कि महाराज समाधि में हैं या फिर उनकी मौत हो चुकी है? सोमवार को केस की सुनवाई के दौरान खुद को दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज का बेटा होने का दावा करने वाले दलीप कुमार झा ने कहा कि आशुतोष महाराज का शव उन्हें सौंपा जाए। इसके पीछे उन्होंने संविधान के अनुच्छेदों को आधार बनाया। मामले में दलीप कुमार के वकील ने सिंगल बैंच द्वारा पूर्व में सुनाए गए फैसले को पढ़ते हुए कहा कि डी.एन.ए. टैस्ट करवाने से पता चल जाएगा कि दलीप कुमार झा ही आशुतोष महाराज के बेटे हैं।
दलीप कुमार के वकील ने दलील दी कि आशुतोष महाराज के शरीर को कुछ दिन खुले में रखा गया था और यह खराब होना शुरू हो गया जिसके बाद इसे डीप फ्रीजर में रखा गया। ऐसे में साफ होता है कि आशुतोष महाराज की मृत्यु हो चुकी है और वह समाधि में नहीं हैं। ऐसे में उनका रीति-रिवाजों के मुताबिक अंतिम संस्कार हो जाना चाहिए। साथ ही दावा किया कि इससे पहले उन्होंने फ्रीजर में समाधि की बात नहीं सुनी। संस्थान के वकील ने कहा कि अनुयायी भी उनके समाधि में जाने के हक में हैं। वहीं संस्थान ने अपने जवाब में कहा कि मृत्यु के बाद शरीर को किस प्रकार डिस्पोज किया जाए इसे लेकर कानून में कोई प्रावधान नहीं है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 13 दिसम्बर के लिए तय की है।