Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 11:10 AM
पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा कि एस.आई.टी. ने मिंटी व होशियारपुर के सांसद और केन्द्रीय राज्यमंत्री
जालंधर (महेश) : पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा कि एस.आई.टी. ने मिंटी व होशियारपुर के सांसद और केन्द्रीय राज्यमंत्री विजय सांपला के भतीजे आशु सांपला के मामले की हर पहलू से जांच कर रिपोर्ट उन्हें जरूर सौंपी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पुलिस ने आशु सांपला को इस मामले में क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा कि एस.आई.टी. की रिपोर्ट के बाद भी उक्त मामले की जांच जारी रहेगी। एस.आई.टी. की रिपोर्ट में दोनों पक्षों द्वारा पेश किए सबूतों को गहराई से जांचा जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही यह साफ कर दिया जाएगा कि इस मामले में कौन दोषी है और कौन निर्दोष।
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की शुरू
उन्होंने कहा कि अभी किसी को भी दोषी या निर्दोष कहना उचित नहीं होगा। पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा ने कहा कि उन्होंने किसी को भी आशु सांपला को क्लीन चिट दिए जाने की बात नहीं कही है। उन्होंने थाना सदर में मिंटी-आशु सांपला मामले में ही आई.पी.सी. की धाराओं 323, 341, 201 व 379-बी के तहत नामालूम व्यक्तियों पर दर्ज किए गए मुकद्दमा नं. 121 के बारे में कहा कि पुलिस ने अभी केस दर्ज कर इसकी जांच शुरू की है। उन्होंने कहा कि एस.आई.टी. की जांच में पुलिस ने मिंटी द्वारा 26 अप्रैल की सोफी पिंड घटना को लेकर जिन लोगों के नाम देकर शिकायत दर्ज करवाई गई थी, वह मौके पर अभी तक मौजूद होने को लेकर साबित नहीं हुए हैं। इस दर्ज की गई एफ.आई.आर. को लेकर भी अभी जांच जारी रहेगी और जो भी इसमें आरोपियों के तौर पर नाम सामने आएंगे, उन्हें एफ.आई.आर. में नामजद कर लिया जाएगा।
पुलिस ने यह तो माना, आशु के साथ मेरे संबंध थे: मिंटी कौर
भाजपा युवा मोर्चा पंजाब के पूर्व महामंत्री आशु सांपला पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने के आरोप लगाने वाली मिंटी ने आज कहा कि थाना सदर में पुलिस द्वारा मेरी शिकायत को लेकर नामालूम व्यक्तियों पर मामला दर्ज करना तो साफ दर्शाता है कि पुलिस सांपला परिवार का बचाव कर रही है। उसने कहा कि वह पुलिस का इस बात को लेकर धन्यवाद करती है कि पुलिस यह तो मान रही है कि मेरे आशु के साथ संबंध थे और आशु के गांव सोफी पिंड में 26 अप्रैल को मेरे साथ मारपीट व छीना-झपटी हुई है। उसने कहा कि पुलिस ने उसे पुलिस कमिश्नर की कोठी के बाहर बैठने को लेकर उस पर 7/51 का केस दर्ज किया है। उसने कहा कि मेरे पर आरोप है कि मैंने अमन-शांति भंग की है। मिंटी ने कहा कि उसे नहीं पता था कि एक आदमी के कौन सा धरना लगाने से अमन-शांति भंग होती है। उसने कहा कि पुलिस मेरी आवाज दबाने के लिए ऐसा कर रही है लेकिन वह डरने वालों में से नहीं है। उसने कहा कि वह अपने सीनियर वकीलों से सलाह कर रही है। उसके बाद अगला निर्णय लेगी। उसने कहा कि वह इंसाफ के लिए माननीय अदालत तक जाएगी व मजबूर पुलिस तथा मजनू भाजपा नेताओं के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़कर इंसाफ हासिल करेगी।