Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Sep, 2017 05:29 PM
छोटे बच्चों को भीख न देने, महिलाओं को सम्मान और देश को गरीबी से मुक्त करने लिए लोगों को जागरूक करने लिए एक 27 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर ऊधमपुर से पैदल यात्रा करता हुआ तरनतारन पहुंचा।
तरनतारन(रमन): छोटे बच्चों को भीख न देने, महिलाओं को सम्मान और देश को गरीबी से मुक्त करने लिए लोगों को जागरूक करने लिए एक 27 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर ऊधमपुर से पैदल यात्रा करता हुआ तरनतारन पहुंचा।
पत्रकारों से बातचीत करते आशीष शर्मा जोकि दिल्ली का रहना वाला है और उनमुक्त संस्था का फाऊंडर है, भीख मांगने वाले बच्चों को भीख न देने संबंधी जागरूक करने का संदेश लेकर 22 अगस्त को शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां से बस लेकर ऊधमपुर (जम्मू-कश्मीर) गया था।
25 अगस्त से ऊधमपुर से पैदल चलता हुआ हिमाचल प्रदेश, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, अमृतसर से होता हुआ आज तरनतारन पहुंचा। आशीष शर्मा ने बी.टैक मैकेनिकल इंजीनियर की हुई है और प्राइवेट कंपनी से नौकरी छोड़कर देश के भविष्य जोकि सड़कों, बाजारों, गलियों, बस अड्डों पर भीख मांगकर गुजारा कर रहा है, को रोकने की कोशिश में लगा हुआ है।
आशीष ने बताया कि वह हर जिले में जाकर वहां के डिप्टी कमिश्नर, एस.डी.एम. के अलावा कालेज और स्कूलों के विद्याॢथयों को मिलकर भीख न देने संबंधी, महिला सशक्तिकरण, ग्लोबल वाॄमग, पानी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत मुहिम आदि संबंधी जागरूक कर रहा है।ऊधमपुर से शुरू किए इस पैदल सफर से वह मोगा, लुधियाना, जगराओं से होता हुआ पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के गांव रमेश्वरम (तमिलनाडु) में 17 हजार किलोमीटर का सफर तय करके पहुंचेगा। तरनतारन पहुंचने पर हलका विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री के बेटे डा. संदीप अग्निहोत्री ने आशीष शर्मा का स्वागत किया।