Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 09:56 AM
सिविल अस्पताल में डाक्टरों से गर्भवती महिला के एच.आई.वी. पॉजीटिव होने की बात को छुपाकर आशा वर्कर तथा गर्भवती महिला द्वारा सिविल अस्पताल में 5 सदस्यीय टीम से डिलीवरी करवाने का मामला सामने आया है .....
गुरदासपुर (दीपक): सिविल अस्पताल में डाक्टरों से गर्भवती महिला के एच.आई.वी. पॉजीटिव होने की बात को छुपाकर आशा वर्कर तथा गर्भवती महिला द्वारा सिविल अस्पताल में 5 सदस्यीय टीम से डिलीवरी करवाने का मामला सामने आया है जिस कारण डिलीवरी करने वाली 5 डाक्टरों की टीम के एच.आई.वी. की चपेट में आने की आशंका है। हालांकि मैडीकल रिपोर्ट में अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। मगर जिस तरीके से महिला का ऑप्रेशन किया गया उससे लग रहा है कि संक्रमण हो सकता है।
फिलहाल टीम के 5 सदस्यों को छुट्टी पर भेजकर उनका इलाज किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार गांव सल्लूपुर चक्क शरीफ की गर्भवती महिला एच.आई.वी. पीड़ित थी। पहले से उसका इसी सिविल अस्पताल में इलाज कर रहे डाक्टरों ने डिलीवरी करने से इन्कार कर दिया था।
इसके बाद महिला के परिजन और आशा वर्कर उसको फिर उसी अस्पताल के दूसरे डाक्टरों के पास लेकर चली गई, जहां उसने उक्त महिला के एच.आई.वी. पीड़ित होने की बात छुपाई और न ही पुरानी रिपोर्ट्स दिखाईं जिसके बाद डाक्टरों की 5 सदस्यीय टीम ने उक्त महिला की डिलीवरी कर दी परंतु डिलीवरी करने के बाद डाक्टरों को इस महिला के एच.आई.वी. पीड़ित होने का पता चला।
क्या कहना है डिलीवरी करवाने वाली एच.आई.वी. पीड़ित महिला का
इस संबंधी जब अस्पताल में दाखिल पीड़ित महिला से बातचीत की गई तो उसने बताया कि उसका पति बैल्जियम में रहता है और मेरी जठानी ही मेरा सारा इलाज करवा रही है। उसने बताया कि 25 जुलाई को टैस्ट रिपोर्ट के जरिए उसको पता चला कि उसको एड्स है। उसके पति को भी एड्स है। 3 अगस्त, 2017 को उसने एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची को एड्स है या नही यह रिपोर्ट आनी है। उसने कहा कि ऑप्रेशन से पहले सभी टैस्ट रिपोर्टें डाक्टरों को दिखा दी गई थीं। उसने कोई भी रिपोर्ट डाक्टरों से नहीं छिपाई है। रिपोर्ट देखकर ही डाक्टरों ने मेरा चैकअप किया है।
क्या कहना है सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. का
जब एस.एम.ओ. डा. विजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीड़ित के साथ आई आशा वर्कर को पहले से ही पता था कि महिला एच.आई.वी. संक्रमित है। हैरानी की बात यह है कि इसके बावजूद उसने स्टाफ को यह बात क्यों नहीं बताई। उस पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को लिख दिया है। डिलीवरी करवाने वाली टीम का ट्रीटमैंट करवाया जा रहा है तथा कल आशा वर्कर से इस मामले में पूछताछ की जाएगी व आरोप साबित होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।