Edited By Updated: 14 Aug, 2015 11:39 AM
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि मैडलों पर निशाना साधना ही पंजाबी खिलाड़ियों का लक्ष्य होता है।
मोहाली (नियामियां/प्रदीप): पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि मैडलों पर निशाना साधना ही पंजाबी खिलाड़ियों का लक्ष्य होता है। शूटिंग एक ऐसा खेल है, जिसमें पंजाब के खिलाड़ी सबसे अधिक मैडल जीतते हैं। ओलिम्पिक खेलों में भारत के हिस्से जो एकमात्र स्वर्ण पदक आया, वह शूटिंग में ही मिला।
बादल ने कहा कि पंजाब सरकार ने फैसला किया है कि मोहाली की शूटिंग रैंज को विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। साथ ही राज्य की तीन अन्य शूटिंग रैंजों को भी अपगे्रड किया जाएगा। आज मोहाली की शूटिंग रैंज की अपग्रेडेशन का शिलान्यास करने पहुंचे सुखबीर सिंह बादल यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर पंजाब शूटिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष व राजस्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया भी मौजूद थे।
मोहाली की शूटिंग रैंज के लिए 1.65 करोड़
बादल ने कहा कि शूटिंग रैंजों के लिए तुरंत प्रभाव से 6 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी की गई है। इसमें मोहाली की शूटिंग रैंज पर 1.65 करोड़ रुपए, गांव बादल की शूटिंग रैंज पर 3 करोड़ रुपए, लुधियाना की शूटिंग रैंज पर 71 लाख तथा जालंधर की शूटिंग रैंज के पहले फेज के लिए 30 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि बादल में लड़कियों के लिए विशेष सुविधाओं वाली शूटिंग रैंज बनाई गई है, जहां लेजर टारगेट लगाए जाएंगे। बादल ने कहा कि मोहाली की शूटिंग रैंज में स्कीट ट्रैप का विशेष डिजाइन तैयार करके सुविधा प्रदान की जाएगी।
विश्व स्तरीय कोच नियुक्त करने को कहा
उन्होंने कहा कि शूटिंग रैंज के प्रबंधकों से कहा गया है कि वह यहां विश्व स्तरीय कोच नियुक्त करें, ताकि खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय खेल प्रशिक्षण मिल सके। इन कोचों का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि अगले ओलिम्पिक खेलों में भारत के खिलाडिय़ों के दल में पंजाब के खिलाड़ी सबसे अधिक हों।
उन्होंने कहा कि अभी तक शूटिंग के खिलाड़ी अपने खर्च पर विदेश में सीखने के लिए जाते हैं, इसलिए सरकार विदेशी कोचों को ही अपने देश में बुलाएगी, ताकि खिलाड़ियो को बाहर न भागना पड़े।
पंजाब के पास एस.पी.जी. फोर्स
उप-मुख्यमंत्री, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को एक पत्र लिखकर मांग की है कि पंजाब की पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर बी.एस.एफ. के अधिक जवानों की तैनाती की जाए।
उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से पंजाब के लोगों ने यह बात सिद्ध की है कि पंजाब देश में सबसे शांत राज्य है। जम्मू-कश्मीर की सीमा पर जितनी बी.एस.एफ. लगाई गई है, पंजाब की सीमा पर उससे कम फोर्स तैनात है। यही कारण है कि हाल ही में पाकिस्तानी आतंकवादी पंजाब में घुसने में सफल हुए तथा दीनानगर जैसा कांड हुआ। यदि बी.एस.एफ. की अधिक फोर्स तैनात होती तो यह कांड न होता।
उन्होंने कहा कि पंजाब के पास विश्व स्तर की एस.पी.जी. नामक फोर्स है, जोकि किसी भी तरह के आतंकी हमले का सामना करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि एस.पी.जी. के जवानों को अमरीका, जर्मन तथा अन्य अग्रणी देशों में विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाता है। इस अवसर पर युवा अकाली दल के प्रवक्ता हरसुखइंद्र सिंह बब्बी बादल और बिन्नी सिंह भी उपस्थित थे।