Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 09:41 AM
डेरा प्रमुख को सजा सुनाने को लेकर हालात गंभीर होने के बाद इसमें हुए सुधार को लेकर व जिला प्रशासन की तरफ से कर्फ्यू हटाने और मिलिट्री को वापस भेजने पर
मानसा (मित्तल): डेरा प्रमुख को सजा सुनाने को लेकर हालात गंभीर होने के बाद इसमें हुए सुधार को लेकर व जिला प्रशासन की तरफ से कर्फ्यू हटाने और मिलिट्री को वापस भेजने पर मानसा जिले के निवासियों ने सुख की सांस ली है जबकि पंजाब पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स अभी भी तैनात है। दूसरी ओर तोडफ़ोड़ व आगजनी की घटनाओं के मामले में पंजाब पुलिस की पार्टियों की तरफ से डेरा समर्थकों को गिरफ्तार करने के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार अब तक 3 दर्जन के करीब डेरा समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इसको लेकर जिले भर में लोगों ने चुप्पी साधी हुई है। जबकि हिरासत में लिए गए किसी भी व्यक्ति बारे किसी भी पुलिस अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।
जिला प्रशासन ने नुक्सान की रिपोर्ट पंजाब सरकार को भेजी
डेरा प्रमुख को दोषी ठहराने दौरान मानसा जिले के हालात गंभीर होने पर आगजनी व तोडफ़ोड़ की घटनाएं और कारोबार में रुकावट आने से जिले भर में करीब 20 करोड़ रुपए का नुक्सान होने का अनुमान है जबकि जिला प्रशासन ने आगजनी व तोडफ़ोड़ की घटनाओं के अब तक एकत्रित किए विवरणों के अनुसार 20 लाख रुपए के नुक्सान होने की पंजाब सरकार को रिपोर्ट भेजी है व अभी हुए नुक्सान की जांच जारी है।
इंटरनैट चलने पर लोग हुए खुश
डेरा सच्चा सौदा मामले को लेकर पिछले कई दिनों से बंद पड़े इंटरनैट के चलने से जहां लोग खुश दिखाई दिए वहीं इंटरनैट से चलने वाला कारोबार पहले की तरह अपनी लाइन पर आता नजर आ रहा है।
बसें बंद होने से हुआ लाखों का नुक्सान
कफ्र्यू लगने दौरान बसें बंद होने से बस स्टैंड मानसा को 2 करोड़ रुपए से ऊपर नुक्सान हुआ है। इसके साथ बसें खड़ी होने पर बस ऑप्रेटरों की रोजाना आमदन रुकी और उन्हें टैक्स व अन्य खर्चों समेत एक करोड़ रुपए का घाटा पड़ा है।
डेरे के आगे पुलिस तैनात
डेरा सच्चा सौदा मामले को लेकर मानसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के आगे तैनात पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी में कटौती कर दी गई है। जिसके तहत अब कुछ ही पुलिस कर्मचारी डेरे की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
बाल कटने की घटनाओं पर लगा कर्फ्यू
मानसा जिले में हालात गंभीर होने पर कर्फ्यू लगने से बाल कटने की घटनाओं को भी ब्रेक लग गई। ऐसी अन्य कोई घटना सुनने या देखने को नहीं मिली क्योंकि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों की नजरें डेरा प्रमुख के विवादों के चलते गंभीर हलातों पर टिकी रहीं। इस तरह प्रतीत हुआ जैसे बाल कटने पर कर्फ्यू लग गया हो।
छोटे-बड़े कारोबारियों को भी हुआ करोड़ों का नुक्सान
शहर में हर छोटे-बड़े कारोबारियों को भी करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ। उनका कारोबार पहले ही घाटे का शिकार था। वे भी निराशा के आलम में थे क्योंकि अभी तक शहरी खपतकारों के मुकाबले ग्रामीण खपतकारों की संख्या कम हो गई है।
पल्लेदारों व मजदूरों को मिली राहत
मानसा जिले में कफ्र्यू लगने पर मजदूरों की हालत भी दयनीय देखी गई। कफ्र्यू हटने से काम चलने पर रेलवे स्टेशनों पर गेहूं/चावल की स्पैशल गाडिय़ां लगने पर पल्लेदारों के चेहरों पर खुशी देखने को मिली।