Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 10:32 AM
बड़ी ही शर्म तथा दुख की बात है कि ड्यूटी के दौरान एक सड़क हादसे में मारे गए सैनिक को छुट्टी पर दिखाकर उसके बनते हक उसे नहीं दिए जा रहे हैं
भटिंडा (बलविंद्र): बड़ी ही शर्म तथा दुख की बात है कि ड्यूटी के दौरान एक सड़क हादसे में मारे गए सैनिक को छुट्टी पर दिखाकर उसके बनते हक उसे नहीं दिए जा रहे हैं क्योंकि सेना के एक बड़े अधिकारी ने अपनी चमड़ी बचानी है। उक्त आरोप हादसे में मारे गए सैनिक सतनाम सिंह की पत्नी राजिंद्र कौर निवासी भटिंडा ने यहां पत्रकारों को संबोधन करते हुए लगाए। राजिंद्र कौर व उसकी मददगार कांग्रेसी नेता वीरपाल कौर सुखना द्वारा रक्षा मंत्री अरुण जेतली व सेना के उच्चाधिकारियों को भेजी गई शिकायत के अनुसार सैनिक सतनाम सिंह (15138771ए) 670, आर्मी कैंप, पठानकोट में ड्राइवर के तौर पर तैनात था। यहीं पर तैनात एक अधिकारी अक्सर उसे अपनी निजी कार में अपने परिवार को छोडऩे या लाने के लिए भेजा करता था। इस दौरान उसकी कागजों में ड्यूटी पठानकोट यूनिट में ही दिखाई जाती थी।
इस दौरान 2 फरवरी 2015 को भी उक्त अधिकारी सतनाम सिंह को अपनी कार में दिल्ली ले गया जहां से वह बस में वापस लौट आया। फिर 4 फरवरी को वह रेलगाड़ी से दिल्ली चला गया जहां से 5 फरवरी को अधिकारी के परिवार को वह कार में लेकर वापस आ रहा था कि मुकेरियां के नजदीक उक्त कार हादसे का शिकार हो गई जिसमें सतनाम सिंह की मौत हो गई। इस मामले में उक्त सेना अधिकारी फंस रहा था जिस कारण उसने 5 फरवरी को सतनाम सिंह को छुट्टी पर दिखा दिया। ड्यूटी के दौरान मौत होने पर सैनिक के परिवार को कई प्रकार के लाभ व सुविधाएं मिलती हैं लेकिन सतनाम सिंह को कागजों में छुट्टी पर दिखाने के कारण उसके परिवार को उक्त सुविधाएं नहीं मिल सकीं हालांकि सच्चाई यह थी कि सतनाम सिंह उक्त अधिकारी के कहने पर ही दिल्ली गया था जहां से लौटते वक्त उसकी मौत हुई। सारे घटनाक्रम में उसका कोई कसूर नहीं था।
सतनाम सिंह की पत्नी राजिंद्र कौर ने बताया कि वह इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है लेकिन कोई सैन्य अधिकारी उसकी मदद करने को तैयार नहीं। उसने बताया कि सभी सबूत सामने हैं कि सतनाम सिंह की मौत मुकेरियां के नजदीक उक्त अधिकारी की कार चलाते समय हुई। अगर वह छुट्टी पर था तो उक्त अधिकारी व उसका परिवार उसके साथ क्यों था? उसने चेतावनी दी कि अगर उसे इंसाफ न मिला तो वह अपनी 2 बेटियों व बेटे को लेकर सख्त कदम उठाने को मजबूर हो जाएगी।