Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 12:42 PM
अक्सर देखा गया है कि नशे में धुत लोग शादी समारोह और मामूली झगड़ों में तैश में आकर अपने लाइसैंसी रिवॉल्वर से फायरिंग कर माहौल खराब कर देते हैं कई बार जा चुकी जानें और बड़े हादसे इस बात का प्रमाण हैं परन्तु अब पुलिस विभाग ने इसका भी हल ढूंढ निकाला है...
फिरोजपुर (चावला): अक्सर देखा गया है कि नशे में धुत लोग शादी समारोह और मामूली झगड़ों में तैश में आकर अपने लाइसैंसी रिवॉल्वर से फायरिंग कर माहौल खराब कर देते हैं कई बार जा चुकी जानें और बड़े हादसे इस बात का प्रमाण हैं परन्तु अब पुलिस विभाग ने इसका भी हल ढूंढ निकाला है जिसके चलते नशेडिय़ों और शराबियों के रिवॉल्वर का लाइसैंस बनवाने पर अंकुश लगाने को लेकर एक प्रयास किया जा रहा है।
अब कोई भी रिवॉल्वर रखने का शौकीन अपना आम्र्ज लाइसैंस अप्लाई करेगा तो उसे पहले सरकारी अस्पताल में खुद की फिटनैस का मैडीकल करवाते समय साथ में ब्लड सैंपल भी देना पड़ेगा जिसकी रिपोर्ट बताएगी कि उक्त व्यक्ति नशा करने का आदी तो नहीं है अगर नशे की कोई भी बात सामने आई तो उस व्यक्ति का लाइसैंस अप्लाई नहीं होगा।
जिम्मेदार होगा डाक्टर
आर्म्ज लाइसैंस का मैडीकल करवाने आए व्यक्ति को डाक्टर की तरफ से हरी झंडी दे दी जाती है और बाद में पुलिस विभाग को उसके नशा करने बारे पता चलता है तो उस डाक्टर पर पुलिस विभाग सख्त कार्रवाई करेगा इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के नशे करने बारे सही जानकारी देने की जिम्मेदारी सरकारी अस्पताल के डाक्टर की होगी। यह उक्त प्रक्रिया लॉ एंड ऑर्डर को बरकरार रखने हेतु चालू होगी ताकि कोई गलत नशेड़ी व्यक्ति असला लाइसैंस न बनवा पाए व कभी भी होने वाली अनहोनी घटना पर अंकुश लग सके।कैं