Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 09:46 AM
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा की केन्द्रीय लीडरशिप के उनके प्रति लापरवाही भरे रवैए को लेकर भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में न केवल शामिल हो चुके हैं बल्कि कांग्रेसी टिकट पर विगत विधान सभा चुनाव जीत कर मुख्य मंत्री कैप्टन ...........
अमृतसर(सोनी): स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा की केन्द्रीय लीडरशिप के उनके प्रति लापरवाही भरे रवैए को लेकर भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में न केवल शामिल हो चुके हैं बल्कि कांग्रेसी टिकट पर विगत विधान सभा चुनाव जीत कर मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के बाद द्वितीय स्तर के कांग्रेसी नेता के रूप में भी जाने जाते हैं मगर कांग्रेस के पुराने वर्करों को नजर अंदाज करने से उनमें मायूसी छाने लगी है। नगर की वार्ड नंबर 21 के पुराने कांग्रेसी नेता राजू चोपड़ा ने बताया कि इसी मुद्दे को लेकर गत दिवस नगर के कतिपय पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की एक अंतरंग बैठक भी हुई। बैठक में इस बात पर गहन विचार-विमर्श हुआ कि अमृतसर से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के सहयोग से ही जीते और मंत्री पद पर आसीन हुए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को उनके स्थानीय कैंप ऑफिस में अक्सर उनकी पुरानी भाजपाई जुंडली ही घेरे रहती है या फिर अवसरवादी टाइप के नए कांग्रेसी नेता अथवा वर्कर सिद्धू के इर्द-गिर्द घूमते नजर आते हैं।
चोपड़ा का यह भी कहना है कि पुराने कांग्रेसी वर्कर जिन्हें कांग्रेस के जयइन्द्र सिंह और प्रिथीपल सिंह सरीखे प्राचीन कांग्रेसी दिग्गजों से सम्मान मिला, जो दिल से कांग्रेस से जुड़े हुए हों, जिनमें आत्म सम्मान हो, मौकापरस्ती वाली बात नहीं है, वे इन नई परिस्थितियों से काफी आहत महसूस कर रहे हैं। कुछ कांग्रेसी नेताओं जो इस मामले में अपना नाम गुप्त ही रखना चाहते हैं, ने भी इस बात को स्वीकार किया कि नि:संदेह सिद्धू को उनकी पुरानी भाजपाई जुंडली ही घेरे रहती है और इसका कारण यह है कि सिद्धू को अमृतसर में रहने को ज्यादा समय नहीं मिल पा रहा, ज्यों-ज्यों सिद्धू को अमृतसर में ज्यादा वक्त गुजारने के मौके मिलेंगे, पुराने कांग्रेसी वर्कर भी उनसे जुड़ते जाएंगे।