Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 12:59 PM
पंजाब की इकलौती सरकारी बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ साइंसेज फरीदकोट के नए वाइस चांसलर के चयन का मामला निगम चुनावों के चलते लगी आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण लटक गया है।
फरीदकोट(हाली): पंजाब की इकलौती सरकारी बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ साइंसेज फरीदकोट के नए वाइस चांसलर के चयन का मामला निगम चुनावों के चलते लगी आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण लटक गया है।
मौजूदा वाइस चांसलर डा. राज बहादुर का कार्यकाल 22 दिसम्बर को खत्म हो रहा है और इससे पहले नए वाइस चांसलर की नियुक्ति हो जानी चाहिए थी परंतु पंजाब सरकार ने अभी तक नए वाइस चांसलर के चयन के लिए इश्तिहार तक जारी नहीं किया। चुनाव संहिता के कारण पंजाब सरकार 20 दिसम्बर तक यह इश्तिहार जारी नहीं कर सकती। उक्त पद के लिए पंजाब के सीनियर डाक्टरों में दौड़ शुरू हो गई है। बाबा फरीद यूनिवॢसटी अधीन अलग-अलग विषयों के करीब 145 कालेज चल रहे हैं। उत्तरी-भारत की इकलौती सरकारी मैडीकल यूनिवर्सिटी इस समय गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है।
अन्य यूनिवर्सिटियों के मुकाबले पिछड़ी बाबा फरीद यूनिवर्सिटी
स्थापना के 20 साल बाद भी यूनिवॢसटी इम्तिहान और फीसें लेने तक ही सीमित है। खोजों और सैमीनारों के मुकाबले यह अन्य यूनिवॢसटियों से काफी पिछड़ी हुई है। बाबा फरीद यूनिवॢसटी अधीन चल रहे गुरु गोबिन्द सिंह मैडीकल कालेज और अस्पताल में सीनियर डाक्टरों की बड़ी कमी है। पंजाब सरकार यूनिवॢसटी में इस बार पंजाब के ही किसी सीनियर डाक्टर को वाइस चांसलर लगाना चाहती है ताकि इसकी दयनीय हालत को सुधारा जा सके।
मुख्यमंत्री की ही पसंद का होगा वी.सी.
मैडीकल शिक्षा और खोज विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि वाइस चांसलर नियुक्त करने की प्रक्रिया काफी पिछड़ गई है। यूनिवॢसटी का वाइस चांसलर मुख्यमंत्री की ही पसंद का होगा।
डा. किरणजीत कौर का नाम दौड़ में आगे
इसी दरम्यान पटियाला की सीनियर डा. किरणजीत कौर का नाम वाइस चांसलर पद की दौड़ में सबसे आगे है। इससे पहले डा. किरणजीत कौर के पति डा. रविइंदर सिंह बाबा फरीद यूनिवॢसटी के वाइस चांसलर रह चुके हैं। यह डाक्टर परिवार शाही परिवार के सबसे नजदीकी माना जा रहा है।
सरकार का हुक्म हुआ तो वी.सी. की सेवाएं जारी रखने को तैयार हूं: डा. राज
बाबा फरीद यूनिवॢसटी के वाइस चांसलर डा. राज बहादुर ने कहा कि उनका कार्यकाल 22 दिसम्बर को खत्म हो रहा है और इस पद बारे पंजाब सरकार की कोई भी नई हिदायत यूनिवॢसटी में नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब सरकार का हुक्म हुआ तो वह अपनी सेवाएं जारी रखने को तैयार हैं।