Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 08:20 AM
स्वाइन फ्लू से एक 11 महीने के बच्चे की मौत हो गई है। मृतक मलेरकोटला का रहने वाला था और एस.पी.एस. अस्पताल में भर्ती था। गत दिवस उसकी मौत हो गई। पिछले 15 दिनों में शहर में 5 मरीजों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है।
लुधियाना (सहगल): स्वाइन फ्लू से एक 11 महीने के बच्चे की मौत हो गई है। मृतक मलेरकोटला का रहने वाला था और एस.पी.एस. अस्पताल में भर्ती था। गत दिवस उसकी मौत हो गई। पिछले 15 दिनों में शहर में 5 मरीजों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है। 3 नए मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
तीनों मरीज पी.जी.आई. चंडीगढ़ में भर्ती हैं। इनमें दोराहा की 48 वर्षीय महिला, बाडेवाल की एक वर्षीय बच्ची तथा ताजपुर रोड का रहने वाला 24 वर्षीय मरीज शामिल है। अब तक 20 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 6 मरीजों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है।
सेहत विभाग छुपा रहा जानकारी
स्वाइन फ्लू के मरीजों और इससे होने वाली मौतों की जानकारी सेहत विभाग काफी समय से छुपाता आ रहा है, जिसमें लोगों को सही जानकारी नहीं मिल रही है। इसके पीछे संबंधित अधिकारियों को क्या फायदा है, यह जांच का विषय है। स्वाइन फ्लू के अलावा गैस्ट्रो, डेंगू, मलेरिया आदि मामलों पर भी पर्दा रखा जाता है।
विभाग की जागरूकता मुहिम फेल
सेहत विभाग स्वाइन फ्लू, पेयजल से होने वाली बीमारियों के अलावा डेंगू, मलेरिया के बारे में लोगों को जागरूक करने में असफल रहा है। विभाग के पास डाक्टरों, कर्मचारियों, मल्टीपर्पज हैल्थ वर्करों की काफी कमी है, जिसके चलते अधिकतर काम कार्यालय में बैठकर कागजों में निपटाया जाता है। दिखावे के तौर पर एक रैली निकालकर जागरूकता मुहिम समाप्त समझ ली जाती है।
जून माह को मलेरिया और जुलाई माह को डेंगू महीना मनाने के विभाग के निर्देश थे परंतु अधिकतर काम खानापूॢत कर निपटा दिया गया। ऐसी ही खानापूॢत स्वाइन फ्लू के नाम पर भी की जा रही है। विभाग के सूत्रों के अनुसार कुछ अधिकारियों को यह काम इतना रास आया कि ट्रांसफर होने पर भी वे पुरानी सीट पर चिपके हुए हैं।