Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 04:58 AM
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगाने की बातें पिछले लंबे समय से सुनने को मिल रही हैं लेकिन अभी तक इस काम को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। हालांकि रेलवे हैडक्वार्टर से लेकर फिरोजपुर मंडल के उच्चाधिकारियों द्वारा इस बाबत कई बार आश्वासन दिए जा...
जालंधर(गुलशन): जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगाने की बातें पिछले लंबे समय से सुनने को मिल रही हैं लेकिन अभी तक इस काम को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। हालांकि रेलवे हैडक्वार्टर से लेकर फिरोजपुर मंडल के उच्चाधिकारियों द्वारा इस बाबत कई बार आश्वासन दिए जा चुके हैं लेकिन फिर भी अभी तक एस्केलेटर का काम शुरू नहीं हो पाया है।
ऐसा नहीं है कि एस्केलेटर का काम अप्रूव नहीं हुआ, काम अप्रूव भी हो चुका है। अप्रूवल होने के बाद भी एस्केलेटर न लगने के पीछे एक मुख्य कारण मापदंडों का पूरा न होना बताया जा रहा है। अब एस्केलेटर लगाने के लिए रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा एक नई पॉलिसी बनाई गई है। इस नई पॉलिसी के मुताबिक जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर पुराने फुट ओवरब्रिज से 25.30 फुट की दूरी पर एक और फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.) बनाया जाएगा। इस एफ.ओ.बी. के साथ एस्केलेटर और लिफ्ट का भी प्रबंध किया जाएगा।
इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इस संबंधी एक प्रोपोजल बनाकर मंडल अधिकारियों को भेजी गई है। जानकारी के मुताबिक डी.आर.एम. ऑफि स से पास होकर इस प्रोपोजल को रेलवे हैडक्वार्टर भेज दिया गया है। रेलवे हैडक्वार्टर से एफ.ओ.बी. की अप्रूवल आते ही एस्केलेटर और लिफ्ट लगने का रास्ता भी आसान हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि सिटी स्टेशन पर एक और फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग पिछले लंबे समय से की जा रही है। काफी समय पहले रेलवे ने दोमोरिया पुल की तरफ एक फुट ओवरब्रिज बनाया भी था लेकिन वह मात्र सफेद हाथी ही साबित हुआ। फिलहाल स्टेशन पर एक ही एफ.ओ.बी. बना हुआ है। ट्रैफिक लोड ज्यादा होने के कारण एक और एफ.ओ.बी. की मांग उठ रही थी।
इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन डिपार्टमैंट की आपसी सहमति न बनने के कारण रुका एस्केलेटर लगाने का काम सिटी स्टेशन पर एस्केलेटर का काम रेलवे के कंस्ट्रक्शन डिपार्टमैंट द्वारा करवाया जाना है लेकिन उससे पहले इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें पूरे मापदंडों के अनुसार जगह उपलब्ध करवानी थी। सिटी स्टेशन पर बने फुटओवर ब्रिज पर सीढिय़ों की 2 लैंडिंग होने की वजह एस्केलेटर लगाने की फिजिबिलिटी नहीं बन रही थी। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग और कंस्ट्रक्शन विभाग की आपसी सहमति न बनने के कारण एस्केलेटर लगाने का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब नई प्रोपोजल के बाद एक बार फिर स्टेशन पर एस्केलेटर लगने का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है।
जगह की प्रॉब्लम के कारण नहीं लगा एस्केलेटर: डिप्टी चीफ इंजीनियर
रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर राकेश सभ्रवाल का कहना है कि जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगने की अप्रूवल काफी समय पहले ही आ चुकी है। पुराने एफ.ओ.बी. पर जगह की प्रॉब्लम आने की वजह से एस्केलेटर का काम शुरू नहीं हो सका। अब इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक प्रोपोजल भेज कर नए एफ.ओ.बी. की डिमांड की गई है। रेलवे हैड क्वार्टर से एफ.ओ.बी. की अप्रूवल आते ही एस्केलेटर और लिफ्ट भी साथ ही लगा दिए जाएंगे।