Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 10:08 AM
आंगनबाड़ी मुलाजिम सीटू ने ऑल इंडिया वर्किंग कमेटी के सी.डी.पी.ओ. दफ्तर के सामने धरना दिया। ब्लाक के आंगनबाड़ी वर्कर और हैल्पर नारेबाजी करते हुए पंडाल में आए। ब्लाक की जनरल सचिव सर्बजीत कौर ने रैली को संबोधित किया।
संगरूर (विवेक सिंधवानी,यादविंद्र): आंगनबाड़ी मुलाजिम सीटू ने ऑल इंडिया वर्किंग कमेटी के सी.डी.पी.ओ. दफ्तर के सामने धरना दिया। ब्लाक के आंगनबाड़ी वर्कर और हैल्पर नारेबाजी करते हुए पंडाल में आए। ब्लाक की जनरल सचिव सर्बजीत कौर ने रैली को संबोधित किया।
इस धरने को जसविंद्र वालिया, निर्मल कौर तूर, बलविंद्र कौर कलौदी, पुष्पा रानी बहादरपुर ने संबोधित किया। धरना सरकार द्वारा 3 से 6 वर्ष के बच्चों को प्री-प्राइमरी क्लासिज शुरू करने के फैसले विरुद्ध किया गया। इस फैसले से केवल पंजाब में 53,000 वर्कर व हैल्परों के बच्चों के मुंह से रोटी छिन जाएगी। यह फैसला सरकार ने आंगनबाड़ी यूनियन से बात किए बिना ही लिया है।
इस फैसले से 26,656 आंगनबाड़ी केंद्र बंद हो जाएंगे व आई.सी.डी.एस. की सेवाएं भी प्रभावित होंगी। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की ओर से दिए गए बयान में स्पष्ट हो गया है कि सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर पायलट प्रोजैक्ट शुरू कर रही है, जिससे गर्भवती औरतें, दूध पिलाने वाली माताओं को डाक द्वारा फीड देना है। इससे 27 लाख वर्कर, हैल्पर बेरोजगार हो जाएंगे। किंतु हम सरकार को चेतावनी देते हैं कि अपना रोजगार बचाने के लिए सिर पर कफन बांध कर करो या मरो की नीति के अन्तर्गत हर संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। सरकार की इस नीति के विरुद्ध मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय मंत्री के पुतले जलाए गए। 26 सितम्बर को चंडीगढ़ में जनरल बाडी की मीटिंग करके संघर्ष की अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी।