Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 10:45 AM
डेरा मुखी सिरसा गुरमीत राम रहीम की सबसे खास साथी हनीप्रीत 2 देशों सहित 6 राज्यों में एक पहेली बनी हुई है जिसे ढूंढने के लिए पुलिस हाथ-पांव मार रही है लेकिन अभी तक वह उडऩ छू बनी हुई है।
बठिंडा(विजय): डेरा मुखी सिरसा गुरमीत राम रहीम की सबसे खास साथी हनीप्रीत 2 देशों सहित 6 राज्यों में एक पहेली बनी हुई है जिसे ढूंढने के लिए पुलिस हाथ-पांव मार रही है लेकिन अभी तक वह उडऩ छू बनी हुई है।
28 अगस्त को आखिरी बार हनीप्रीत डेरा मुखी के साथ हैलीकाप्टर में रोहतक जेल तक गई लेकिन उसके बाद वह किसी को नहीं दिखी। 28-29 अगस्त को हनुमानगढ़ में अपने रिश्तेदारों के घर रुकी व 25-26 को वह डेरा सिरसा में थी जिसकी पुष्टि विपासना ने एस.आई.टी. के समक्ष की। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, दिल्ली, उत्तरप्रदेश व चंडीगढ़ की पुलिस सहित पूरा देश व नेपाल पुलिस भी उसे ढूंढ रही है।
25 अगस्त को डेरा मुखी पर दुष्कर्म के आरोप सिद्ध होने के बाद हुई आगजनी के मामले में पंचकूला पुलिस ने हनीप्रीत को नामजद किया व उस पर संगीन धाराएं लगाई गईं। पुलिस ने भारत ही नहीं नेपाल में भी उसकी फोटो लगी पोस्टर चिपकाए फिर भी वह किसी के हाथ नहीं लगी।
न्यायालय द्वारा हनीप्रीत के खिलाफ लुकआऊट नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इलैक्ट्रोनिक मीडिया ने खूब मसालेदार न्यूज हनीप्रीत के बारे में प्रकाशित की, मोदी के बाद यही एक कन्या है जो मीडिया में सबसे अधिक चर्चित रही। पहले जो लोग हनीप्रीत के नाम से कांपते थे। वे अब खुल कर उसके विरुद्ध हैं, इलैक्ट्रोनिक मीडिया रोजाना नए लोगों को पेश कर हनीप्रीत के विरुद्ध जहर उगलवा रहा है, यहां तक कि उसके अश्लील सीन भी दिखाने से गुरेज नहीं किया जा रहा।
पुलिस को थोड़ा-सा भी हनीप्रीत के बारे में सुराग मिलता है तो भारी मात्रा में पुलिस बल पहुंचकर उसे ढंूढने लग जाता है चाहे वह अपना देश या नेपाल क्यों न हो? हनीप्रीत के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उसके छिपने के 5000 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की परन्तु उसे आसमान खा गया या धरती निगल गई कोई पता नहीं। आशंका व्यक्त की जा रही है कि उसके साथ कोई ऐसे अनहोनी तो नहीं हुई जिससे सभी यह राज न रह जाए की हनीप्रीत गई कहां। इसकी संभावना बहुत कम नजर आती है क्योंकि जो ठुमके से किसी को अपने वश में क रने की कला जानती हो वह अपना बचाव करने की कला भी जानती है।
हनीप्रीत के राजस्थान के गुरुसर मोडिया जो डेरा मुखी का पैतृक गांव भी है, वहां होने की संभावना थी। राजस्थान व हरियाणा पुलिस ने संयुक्त तौर पर छापेमारी की और चप्पा-चप्पा खंगाला पर वह नहीं मिली। कहां आलोप हो गई किसी को कुछ नहीं पता क्योंकि वह इतनी शातिर है कि वह लगातार गाडियां व मोबाइल बदल रही है जिस कारण पुलिस को उसे ढूंढने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बठिंडा पुलिस ने भी उसके छुपने के सभी ठिकानों पर दबिश दी व डेरे के प्रबंधकों से पूछताछ की पर फिर भी वह पहेली बनी हुई है। चूंकि बठिंडा में सिरसा के बार सलाबतपुरा में सबसे बड़ा डेरा है और बड़ी संख्या में डेरे के समर्थक भी वहां मौजूद हैं।
हनीप्रीत के यहां छुपने की आशंका थी जो क्षीण हो गई। डेरा मुखी के 2 समधी बङ्क्षठडा में रहते हैं एक हरमिंद्र सिंह जस्सी जिसकी बेटी से डेरा मुखी के बेटे की शादी हुई दूसरा उसके दामाद का घर भी बङ्क्षठडा में है व उनके समधी प्रो. गुरदास सिंह का घर भी यहीं है। जब तक हनीप्रीत पुलिस के हाथ नहीं लगती तब तक रोजाना उसे लेकर नए-नए राज खुलते जाएंगे। खुफिया पुलिस हनीप्रीत को संरक्षण देने वालों को ढूंढ रही है व किसके संपर्क में है।