Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 09:41 AM
रविवार देर शाम अमृतसर रेलवे स्टेशन पर गहमा-गहमी का माहौल रहा। स्थिति तनावपूर्ण होती देख छुट्टी होने के बावजूद कुछ अधिकारियों को मौके पर आकर यात्रियों का समझाना पड़ा परंतु यात्री काफी भड़के हुए थे।
अमृतसर(जशन): रविवार देर शाम अमृतसर रेलवे स्टेशन पर गहमा-गहमी का माहौल रहा। स्थिति तनावपूर्ण होती देख छुट्टी होने के बावजूद कुछ अधिकारियों को मौके पर आकर यात्रियों का समझाना पड़ा परंतु यात्री काफी भड़के हुए थे।
वर्णनीय है कि उक्त रेलगाड़ी शाम 5.10 बजे अमृतसर रेलवे स्टेशन से चंडीगढ़ की ओर रवाना होती है परंतु यात्रियों के हंगामे के कारण व अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली के चलते उक्त रेलगाड़ी अपने तय समय से सवा घंटा देरी से रवाना हुई।जानकारी अनुसार तय समय पर अमृतसर-चंडीगढ़ एक्सप्रैस रेलगाड़ी प्लेटफार्म पर रेलवे यार्ड से पहुंची। इस दौरान जब ए.सी. वैगन के यात्री अपनी सीटों पर बैठने के लिए वैगन में दाखिल हुए तो वहां का ए.सी. बंद था।
इस बारे में कई यात्रियों ने स्टाफ को शिकायत की लेकिन किसी ने भी इसको गंभीरता से नहीं लिया जिसके बाद यात्रियों ने कई बार ए.सी. को ठीक करवाने के लिए स्टाफ से गुहार लगाई परंतु नतीजा वही ढाक के तीन पात वाला ही रहा। इस पर यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने वैगन के बाहर आकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और स्टेशन प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की।
यात्रियों ने बताया कि जब वे रेलवे को पूरा किराया देते हैं तो फिर हमें सुविधा क्यों नहीं दी जाती? इसके अलावा ए.सी. वैगन तो पहले से ही चारों तरफ से सील होती है। उसमें अगर अंदर ए.सी. ही न चले तो वहां पर इतनी गर्मी व उमस हो जाएगी कि किसी के लिए भी इतना लम्बा सफर आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों ने इस रेलगाड़ी को 5-6 बार चलाने की कोशिश की परंतु यात्रियों के आक्रोश के आगे किसी भी अधिकारी की एक न चली। प्रदर्शन निरन्तर उग्र होता देख कुछ अधिकारी छुट्टी वाले दिन मौके पर पहुंचे और ए.सी. ठीक करवाने का कार्य शुरू करवाया। लगभग सवा घंटे बाद जब उक्त वैगन का ए.सी. सुचारू हुआ तब जाकर यात्रियों का गुस्सा शांत हुआ। फिर तय समय-सीमा से सवा घंटा देरी से रेलगाड़ी अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई। बात चाहे कुछ भी हो, इस सारे प्रकरण से एक बात फिर से साबित हो गई कि रेल विभाग अपनी लचर कार्यप्रणाली को ठीक नहीं कर पा रहा। एक तरफ जहां केंद्र सरकार ने किराए में वृद्धि की है वहीं यात्रियों को सुविधाओं के नाम पर अब भी ठेंगा ही मिल रहा है।