Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 10:54 AM
गढ़दीवाला के वार्ड नं.-10 निवासी अमरीक सिंह उर्फ मीका की बुधवार की सुबह गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। यह 2 गुटों की गैंगवार में तीसरी हत्या है। इससे पहले गांव खुर्दा के निशान सिंह शाना की जुलाई 2013 में हत्या हो चुकी है, वहीं उनके भाई और गांव के...
गढ़दीवाला/होशियारपुर(जितेन्द्र, अमरेन्द्र): गढ़दीवाला के वार्ड नं.-10 निवासी अमरीक सिंह उर्फ मीका की बुधवार की सुबह गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। यह 2 गुटों की गैंगवार में तीसरी हत्या है। इससे पहले गांव खुर्दा के निशान सिंह शाना की जुलाई 2013 में हत्या हो चुकी है, वहीं उनके भाई और गांव के सरपंच सतनाम सिंह की चंडीगढ़ में अप्रैल 2017 में सरेआम गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
इससे पहले जब निशान सिंह शाना की हत्या हुई थी तो उसके कुछ समय बाद प्रदीप सिंह के पिता कुलदीप सिंह का शव नहर से बरामद हुआ था। उसके भाई अमरीक सिंह ने तब इसे हत्या बताया था, उस समय पुलिस ने 174 की कार्रवाई की थी। अमरीक सिंह द्वारा हत्या का आरोप लगाने के बाद इस केस में धारा बदली गई। वहीं बुधवार की सुबह अमरीक सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।
4 लोगों पर मामला दर्ज
बुधवार देर रात गढ़दीवाला पुलिस ने अमरीक सिंह मीका हत्याकांड के मामले में खुर्दा गांव के 3 भाइयों जंगबहादुर सिंह, प्रिंस व ज्योति सहित डब्बू नामक व्यक्ति के खिलाफ धारा 302 व 120 बी के अधीन केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार आरोपियों में 3 सगे भाई हैं और आरोपी जंगबहादुर सिंह व ज्योति इस समय देश से बाहर हैं।
मीका को मिली थी सुरक्षा, लाइसैंस किया था अप्लाई
मीका के परिवार के नजदीकी लोगों ने यह भी कहा कि अमरीक सिंह मीका द्वारा अपनी हिफाजत के लिए हथियार लेने हेतु लाइसैंस के लिए अप्लाई किया गया था। उसे लाइसैंस जारी नहीं किया जा रहा था। जिला पुलिस द्वारा अमरीक सिंह के घर सुरक्षा मुलाजिम भी तैनात किए गए थे जो हर समय वहां तैनात रहते थे लेकिन घटना के समय अमरीक सिंह अकेला आ रहा था। इसी दौरान हमलावरों ने उसे गोलियों से भून दिया। सूत्रों के अनुसार पुलिस द्वारा बाजारों में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों को भी खंगाला जा रहा है।