Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 08:29 AM
प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो के बाद अब एक और बड़ी कांग्रेस नेत्री अम्बिका सोनी भी कैप्टन सरकार से खफा हो गई हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मैंबर व आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लडऩे वाली अम्बिका सोनी को पंजाब सरकार ने शुक्रवार को...
जालंधर(रविंदर): प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो के बाद अब एक और बड़ी कांग्रेस नेत्री अम्बिका सोनी भी कैप्टन सरकार से खफा हो गई हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मैंबर व आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लडऩे वाली अम्बिका सोनी को पंजाब सरकार ने शुक्रवार को खटकड़ कलां में हुए राज्य स्तरीय शहीदी समागम का न्यौता तक नहीं दिया।
कैप्टन सरकार के इस फैसले से अम्बिका सोनी बेहद खफा नजर आ रही हैं और उन्होंने इस पूरे मामले को राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी के समक्ष उठाने का मन बनाया है। गौर हो कि जब-जब प्रदेश में कैप्टन सरकार आई है, पार्टी के नेताओं को सरकार में तवज्जो देने की बात हमेशा तूल पकड़ती रही है। एक तरफ जहां कैप्टन अमरेंद्र सिंह अपने ही विधायकों तक से नहीं मिल रहे हैं वहीं सरकार के कामकाज पर पहले ही सांसद प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो कई तरह के सवाल उठा चुके हैं। वह कैप्टन सरकार के कामकाज से बिल्कुल खुश नहीं हैं। अब इस कड़ी में अम्बिका सोनी का नाम भी जुड़ गया है।
अम्बिका के संसदीय हलके में ही हुआ शहीदी समागम
दरअसल जहां सरकार ने राज्य स्तरीय शहीदी समागम करवाया वह अम्बिका सोनी के संसदीय हलके में पड़ता है। 2014 का लोकसभा चुनाव अम्बिका सोनी ने आनंदपुर साहिब सीट से लड़ा था, हालांकि वह यह चुनाव हार गई थीं। इससे पहले भी अम्बिका सोनी के हलके में होने वाले प्रोग्रामों में सरकार ने उन्हें कोई न्यौता नहीं दिया था। अम्बिका सोनी की कैप्टन सरकार से यह नाराजगी आने वाले दिनों में तूल पकड़ सकती है।