Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Dec, 2017 11:49 AM
पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा पंजाब पुलिस के जवानों को नववर्ष का तोहफा जल्द दिया जा सकता है।
जालंधर (धवन): पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा पंजाब पुलिस के जवानों को नववर्ष का तोहफा जल्द दिया जा सकता है। सरकारी हलकों से पता चला है कि लिखित परीक्षा पास न करने वाले पुलिस जवानों को भी पदोन्नति मिल सकेगी। इसके लिए जल्द ही नियमों में संशोधन भी किया जा सकता है। गृह विभाग इस समय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पास है। राज्य पुलिस के कई जवानों को प्रमोशनें इसलिए नहीं मिल पाती थीं क्योंकि वे लिखित परीक्षा पास करने में सफल नहीं होते थे।
पंजाब पुलिस द्वारा तैयार नई मसौदा नीति के तहत कई महत्वपूर्ण परिवर्तन पुलिस जवानों को मिलने वाली प्रमोशनों को लेकर किए जाने हैं। यह नई नीति मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के विचाराधीन है। अगर नई नीति को मुख्यमंत्री अपनी ओर से मंजूरी प्रदान कर देते हैं तो पुलिस कांस्टेबल जिनका सॢवस रिकार्ड अच्छा होगा तथा जिनकी ए.सी.आर. अच्छी होगी, को परीक्षा पास किए बिना भी प्रमोशन मिल सकेगी। नई नीति में यह प्रावधान किया जा रहा है कि 35 वर्षों की सेवा करने वाले पुलिस मुलाजिमों को इंस्पैक्टर बना दिया जाए।
प्रस्तावित नीति के अनुसार कि अगर 6 वर्षों के बाद कोई कांस्टेबल लिखित परीक्षा पास करने में असफल रहता है तो भी उसे हैड कांस्टेबल पदोन्नत करने के लिए उसके नाम पर विचार किया जाएगा। इसी तरह से 24 वर्षों की पुलिस सेवा करने वाले मुलाजिम को सहायक सब इंस्पैक्टर (ए.एस. आई.) बनाया जा सकेगा। 30 वर्ष की सेवा करने वाले को सब इंस्पैक्टर तथा 35 वर्ष की सेवा करने वाले को इंस्पैक्टर बना दिया जाएगा।
सरकारी हलकों ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पुलिस जवानों के कल्याण के लिए कई कार्यक्रम शुरू करने के लिए डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा को निर्देश दिए हुए हैं। उसी के तहत पुलिस जवानों को मिलने वाली प्रमोशनों को लेकर नई नीति बनाई गई है। जनवरी महीने में नई नीति का मसौदा मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए उनके सामने पेश किया जा सकता है।
पुलिस जवानों का बढ़ेगा मनोबल
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह अगर नई नीति को मंजूरी प्रदान कर देते हैं तो इससे पुलिस जवानों को मनोबल बढ़ेगा तथा साथ ही पुलिस में भर्ती होने के इच्छुक नौजवान और तेजी से आगे आएंगे। कांस्टेबलों के लिए इस समय बी-1 परीक्षा का आयोजन किया जाता है। चूंकि प्रमोशनों के पद सीमित होते हैं, इसलिए लिखित परीक्षा काफी कठिन होती है। कांग्रेस सरकार पुलिस जवानों के अंदर किसी भी तरह से निराशा की भावना उत्पन्न नहीं होने देना चाहती। इसीलिए सरकार ने सत्ता में आते सबसे पहले वी.आई.पी. कल्चर को खत्म करते हुए पुलिस जवानों को सड़कों के किनारे खड़े करने के पूर्व सरकार के फैसले को बदल डाला था।