Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 10:47 AM
कैंटोनमैंट बोर्ड के पार्षद व श्री रामलीला कमेटी जालंधर कैंट के मौजूदा प्रधान संजीव त्रेहण अकाली है या कांग्रेसी? यह चर्चा छावनी क्षेत्र में जोरों से चल
जालंधर (महेश): कैंटोनमैंट बोर्ड के पार्षद व श्री रामलीला कमेटी जालंधर कैंट के मौजूदा प्रधान संजीव त्रेहण अकाली है या कांग्रेसी? यह चर्चा छावनी क्षेत्र में जोरों से चल रही है क्योंकि संजीव त्रेहण ने हाल ही में हुए पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान छावनी हलके से अकाली-भाजपा गठबंधन की टिकट पर चुनाव लड़े पूर्व विधायक व वरिष्ठ अकाली नेता सर्बजीत सिंह मक्कड़ का खुलकर समर्थन किया था, जबकि इन दिनों उनके द्वारा छावनी क्षेत्र में श्री रामलीला व दशहरा पर्व संबंधी जो होॄडग्ज जगह-जगह लगाए गए हैं उनमें सर्बजीत सिंह मक्कड़ की फोटो को छोड़कर कांग्रेस के विजयी विधायक परगट सिंह पवार, पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के ओ.एस.डी. गुरप्रीत सिंह सोनू ढेसी की फोटो लगाई हुई हैं।
कांग्रेसियों की होर्डिग्ज पर लगी हुई फोटो को देखकर ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्षद संजीव त्रेहण ने राज्य में कै. अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार होने के कारण शायद अकाली दल व सर्बजीत सिंह मक्कड़ से अपना नाता तोड़ लिया है। संजीव त्रेहण अकाली दल से अपना रिश्ता काफी पुराना रखते हैं क्योंकि उन्होंने साल 2012 के चुनावों में अकाली दल के जालंधर छावनी हलके से प्रत्याशी रहे परगट सिंह का समर्थन करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी जगबीर सिंह बराड़ पूर्व पार्षद जालंधर छावनी की डटकर मुखाल्फत की थी। इतना ही नहीं परगट सिंह अकाली विधायक बनने के बाद भी संजीव त्रेहण पूरे 5 साल गठबंधन की सरकार के दौरान परगट सिंह के साथ ही जुड़े रहे।
परगट सिंह जब साल 2017 के चुनावों से कुछ समय पहले अकाली दल से बागी हो गए थे तब भी संजीव त्रेहण ने अकाली दल को नहीं छोड़ा था तथा परगट सिंह से अपनी दूरियां बना ली थीं। अब कई लोग संजीव त्रेहण द्वारा लगाए गए होॄडग्ज पर लगी परगट सिंह की फोटो को लेकर यह भी कह रहे हैं कि परगट सिंह मौजूदा विधायक हैं तो हो सकता है कि इसलिए उनकी फोटो होर्डिग्ज पर लगाई गई हो, लेकिन दूसरी तरफ कुछ लोगों का यह मानना है कि परगट सिंह तो सिटिंग विधायक हैं, जबकि गुरप्रीत सिंह सोनू ढेसी ने तो छावनी हलके से अभी तक कोई चुनाव ही नहीं लड़ा है और बतौर ओ.एस.डी. भी उन्हें मालवा व माझा से संबंधित जिले दिए गए हैं तथा छावनी के पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ अब नकोदर हलके से जुड़ चुके हैं क्योंकि उन्हें पार्टी ने नकोदर से चुनाव लड़ाया था इसलिए इन दोनों कांग्रेसी नेताओं की फोटो होर्डिग्ज में
लगाने का क्या मतलब हो सकता है।