Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 05:38 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि शिअद द्वारा राज्य में की जा रही पोल खोल रैलियां वास्तव में गुरदासपुर लोकसभा तथा उसके बाद कार्पोरेशन चुनावों में अकाली दल भाजपा गठबंधन को मिली करारी हार को छिपाने की कोशिशें हैं। शिअद को...
जालन्धर (धवन) : पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि शिअद द्वारा राज्य में की जा रही पोल खोल रैलियां वास्तव में गुरदासपुर लोकसभा तथा उसके बाद कार्पोरेशन चुनावों में अकाली दल भाजपा गठबंधन को मिली करारी हार को छिपाने की कोशिशें हैं। शिअद को पता है कि अब उसे लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ेगा इसलिए वह ऐसी रैलियां करके जनता को भ्रमित करने की कोशिशें कर रहा है। अकाली दल द्वारा राज्य विधानसभा के बजट सत्र का घेराव करने का ऐलान भी अलौकतांत्रिक व शर्मनाक है। इससे पता चलता है कि अकाली नेतृत्व में लोकतंत्र की संसदीय मर्यादाओं का सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां का असंवैधानिक रवैया अपनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जब से सत्ता कांग्रेस के हाथों में आई है तब से अकाली-भाजपा गठबंधन व अन्य विपक्षी दल छटपटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में अकाली दल को तो अपने 10 वर्षों की कारगुजारी की पोल जनता के सामने खोलनी चाहिए थी कि उन्होंने किस तरह से पंजाब को 10 वर्षों तक लगातार लूटा तथा माफिया राज को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि अकाली दल के रवैये से कांग्रेस को कोई आश्चर्य नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब शिअद के पास कोई राजनीतिक एजैंडा नहीं रह गया है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी को भी जनता रिजैक्ट कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सुखबीर अब लोगों को पुन: धोखा देने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव की तैयारियों को लेकर अकाली नेतृत्व द्वारा उसमें भाग न लेना भी उसकी नकारात्मक सोच को प्रदॢशत करता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अब लुधियाना कार्पोरेशन के नतीजे भी सामने होंगे। उसके बाद शिअद को अपनी सियासी हैसियत का पता चल जाएगा।
जाखड़ ने कहा कि लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव के नतीजे आने के बाद पंजाब कांग्रेस द्वारा अकाली दल की पोल खोलने के लिए अभियान चलाया जाएगा तथा जनता को बताया जाएगा कि किस तरह से 10 वर्षों तक अकाली शासनकाल में पंजाब को कर्जों के दलदल में डुबो दिया तथा साथ ही पंजाब में माफिया राज चलता रहा। रोजाना कत्लेआम होते थे। अब कैप्टन सरकार के आने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में आई है तथा अकाली शासनकाल में प्रोत्साहित किए गए गैंगस्टरों की गतिविधियों पर सरकार ने रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है जब जनता को अकाली नेताओं से पूछना चाहिए कि उन्होंने पंजाब को 20 साल पीछे क्यों धकेल दिया। उन्होंने कहा कि लुधियाना के चुनावी नजीते के बाद अकाली दल जनता को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा।